साहिबगंज
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जिले के नौ प्रखंड में 544 स्कूल में एक-एक शिक्षक के भरोसे 27 हजार 621 बच्चों का भविष्यफोटो नं 13 एसबीजी 46 है
साहिबगंज. जिले में हिंदी शिक्षकों की कमी एक गंभीर शैक्षणिक संकट का संकेत देती है. जिले के नौ प्रखंडों में स्थित 544 विद्यालयों में एक-एक शिक्षक के भरोसे 27 हजार 621 बच्चों का भविष्य टिका हुआ है. यह स्थिति न केवल चिंताजनक है, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के समग्र विकास पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है. इन विद्यालयों में 472 प्राथमिक और 72 मध्य विद्यालय शामिल हैं, जहां एक शिक्षक को कक्षा एक से पांच और आठ तक के बच्चों को पढ़ाना पड़ता है. यह कार्यभार अत्यधिक है और व्यावहारिक रूप से असंभव प्रतीत होता है. शिक्षक को कभी गुरुगोष्ठी में भाग लेना होता है, कभी कार्यालय के कार्यों के लिए स्कूल से बाहर जाना पड़ता है, तो कभी मध्याह्न भोजन की कागजी प्रक्रिया पूरी करनी होती है. ऐसे में नियमित और प्रभावी शिक्षण कार्य बाधित होता है. ज्ञात हो कि साहिबगंज जिले में प्राथमिक स्तर पर 2176 शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि एलिमेंटरी स्तर पर 397 शिक्षक हैं. मध्य और उच्च विद्यालयों की संख्या 3123 है, जिनमें शिक्षकों की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है. कस्तूरबा गांधी और मॉडल स्कूलों में कुल 31 शिक्षक कार्यरत हैं. यह स्थिति शिक्षा व्यवस्था के समक्ष एक चुनौती है, जिसे दूर करने के लिए ठोस और त्वरित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है. यदि शिक्षक संख्या में वृद्धि नहीं की गयी, तो आने वाली पीढ़ी के शैक्षणिक भविष्य पर गहरा असर पड़ सकता है.
———————————————————–प्रखंड का नाम – एक शिक्षक – बच्चों की संख्या
बरहरवा 50 3774बरहेट 87 3866
बोरियो 103 3047मंडरो 58 1778
पतना 83 4145राजमहल 40 2799
साहिबगंज 11 1006तालझारी 76 2456
उधवा 36 4750कुल 544 27621
क्या कहते हैं डीएसईसाहिबगंज. साहिबगंज जिले में शिक्षकों की कमी तो है अभी नये आचार्य शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. उसमें से कुछ शिक्षक व उक्त स्कूल के बगल में जिस स्कूल में अधिक शिक्षक है उन्हें प्रतिनियुक्त की जायेगी.
कुमार हर्ष, डीएसई, साहिबगंज
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