न तो यार्ड का निर्माण हुआ है और न ही चहारदीवारी बनी
इटखोरी : चतरा जिला के महत्वपूर्ण योजना चोरकारी पावरग्रिड सब स्टेशन (220/132/33) का निर्माण कार्य दस दिनों से बंद है़ अब तक न तो यार्ड का निर्माण हुआ है और न ही चहारदीवारी बनी है़ पावरग्रिड का सयंत्र जहां-तहां रखा हुआ है़ निर्माण कार्य की अवधि भी समाप्त हो चुकी है़ निर्माण कार्य 18 माह में पूर्ण करना था़ इसका शिलन्यास पूर्व सीएम अजरुन मुंडा ने 27 फरवरी 2012 को किया था़ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड के बंटवारे के कारण काम प्रभावित हुआ है़.
पावरग्रिड कार्य का देख-रेख झारखंड उर्जा संचरण निगम लिमिटेड को सौंपा गया है़ सरकार द्वारा राशि का भुगतान नहीं किये जाने के कारण कंपनी ने काम बंद कर दिया है़ उक्त कार्य फ्लोमोर कोबरा कंपनी द्वारा कराया जा रहा है़, जबकि चहारदीवारी का काम श्री राम सिंह कंट्रक्शन कंपनी को करना है़ यह योजना 2008 से लंबित है़ केंद्र सरकार के राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत स्वीकृत है़ कई वर्षो तक जमीन के अभाव में काम प्रारंभ नहीं हुआ था़
क्या होगा लाभ : पावरग्रिड निर्माण होने से चतरा जिला को निर्बाध रूप से बिजली मिलेगी़ सिमरिया, गिद्धौर, पत्थलगड्डा समेत अन्य प्रखंडों में निर्मित पावर हाउस से बिजली बहाल होगी़ कल कारखाना स्थापित हो सकेगा, लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा़.
क्या कहते है इइ : पावरग्रिड ट्रांसमिशन लाइन के इइ एके गुप्ता ने कहा कि साइट पर मेटेरियल पहुंच चुका है़ बरसात के कारण काम प्रभावित हो रहा है़ शीघ्र ही तेजी से काम कराया जायेगा़.