बरहरवा : साहिबगंज व पाकुड़ जिले का मुख्य व्यवसाय पत्थर उद्योग है. इस उद्योग पर भाजपा सरकार के इशारे पर प्रशासन डंडा चला रहा है. इससे यहां की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गयी है. उक्त बातें कांग्रेस विधायक दल के नेता सह पाकुड़ विधायक आलमगीर आलम ने कही. उन्होंने कहा कि सरकार की उलझती नियमों के कारण पत्थर कारोबारी क्रशरों के कागजात बनाने के लिये कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. कागजात बनने में महीनों लग जाता है.
उन्होंने कहा कि साहिबगंज जिला प्रशासन की टास्क फोर्स की टीम अवैध क्रशरों को सील करने के बजाय जेसीबी मशीन से तोड़फोड़ कर रही है, यह उचित नहीं है. इस मामले को झारखंड विधानसभा में उठाया जायेगा. पाकुड़ व साहिबगंज में लाखों लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पत्थर व्यवसाय से जुड़े हैं. इसका असर सीधे उनके परिवार पर पड़ रहा है. मजदूर वर्ग के लोग काम नहीं मिलने के कारण दिल्ली व मुंबई पलायन कर रहे हैं.