राजमहल : राज्य में प्रतिवर्ष 67 हजार महिलाओं का सर्वाइकल कैंसर के कारण मौत हो जाती है. इसे सरकार गंभीरता से लेते हुए पूरे सूबे के विभिन्न अस्पतालों में कैंप लगाकर जांच कर रही हैं. यह बातें बुधवार को राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल में आइएमए व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय स्त्री रोग जांच शिविर के उद्घाटन के दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कही.
उद्घाटन कार्यक्रम में मंत्री के आइएमए के महिला प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर भारती कश्यप, डीडीसी नैंसी सहाय आदि मौजूद रहे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर कम उम्र में बच्चियों की शादी करने से होने की संभावना रहती है. अभिभावकों को इसको लेकर जागरूक होना होगा. कम उम्र में बेटियों की शादी न करें.
जन्म के साथ ही बच्ची के खाते में छह हजार: मंत्री ने कहा कि अगर बच्ची का जन्म अस्पताल में होता है, तो 6000 रुपये से बच्ची के नाम से खाता खुलवाया जायेगा. जिसे सरकार पांच वर्षों तक जमा करेगी. बच्ची के 21 वर्ष पूरे होने पर एक लाख 30 हजार रुपये दिये जायेंगे.
उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद आइएमए के महिला प्रदेश अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने कहा कि कैंप के माध्यम से आदिवासी व आदिम जनजाति की महिलाओं को काफी फायदा पहुंचेगा.
क्षेत्र की मांग को देखते हुए जल्द ही उधवा में भी ऐसा कैंप लगाया जायेगा. देश में महिलाओं की सबसे अधिक मृत्यु सर्वाइकल कैंसर के कारण होती है. इसलिए महिलाओं को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रत्येक अस्पताल में टीका उपलब्ध कराया जाये. 9 से 13 वर्ष तक की बच्चियों को छह माह के भीतर दो टीका लगाया जाये, जिससे सर्वाइकल कैंसर होने का खतरा ना बने. पहले दिन के जांच के लिए लगभग 650 महिलाओं का रजिस्ट्रेशन कराया गया.