जिलेभर में प्रदर्शन, सामान काम के बदले सामान वेतन की मांग
नाराजगी. पारा शिक्षकों ने काला बिल्ला लगा कर किया कार्य
साहिबगंज : सामान काम के बदले सामान वेतन देने व अन्य मांगों के समर्थन में जिले के पारा शिक्षकों ने सोमवार को काला बिल्ला लगा कर पठन-पाठन का कार्य किया. प्रखंड में 180 व पूरे जिले में लगभग 2400 पारा शिक्षकों ने सरकार की नीति का विरोध किया. साहिबगंज में प्रखंड अध्यक्ष चंदन कुमार, बोरियो में शिशिर दत्ता, बरहेट में रूकेश गुप्ता, मंडरो में सहादत अंसारी, तालझारी में हाबील मरांडी, पतना में जयराज भारद्वाज, उधवा में सिराजूल हक,
बरहरवा में सादेमान अली के नेतृत्व में विरोध जताते सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. यह सिलसिला 15 नवंबर स्थापना दिवस तक जारी रहेगा. शिक्षकों ने कहा कि राज्य में शराब बेचनेवालों को 20000 रुपये मिलते हैं. नक्सली आत्मसमर्पण करता है तो 15 लाख रुपये मिलते हैं. जबकि पारा शिक्षकों 7400 रुपये मानदेय दिया जाता है.
मंडरों में गुरुगोष्ठी में काला बिल्ला लगा कर पहुंचे पारा शिक्षक : मंडरो. बीआरसी भवन मिर्जाचौकी में सोमवार को सभी पारा शिक्षकों की गुरुगोष्ठी बीइइओ सर्किल मरांडी की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान मध्याह्न भोजन, असैनिक कार्य की समीक्षा की गयी. बीइइओ ने कहा कि विद्यालय में हर हाल में मध्याह्न भोजन जारी रखेंगे. वही सभी प्रकार के उपयोगिता प्रमाण पत्र जल्द जमा करें. इधर, झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के आह्वान पर पारा शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर गोष्ठी में शामिल हुए. इस अवसर पर बीपीओ कलाइमेंट सोरेन, सीआरपी पंकज पोद्दार, सनाउल्ला अंसारी, अजय यादव, द्वारिका महतो, लेखापाल भानू प्रताप, उमेश ओझा, शिक्षक अरुण कुशवाहा, वीरेंद्र ठाकुर, मनोज पंडित, अब्दुल अंसारी सहित अन्य उपस्थित थे.