झरिया / बोर्रागढ़: झरिया बकरीहाट बर्फकल रेलवे गेट के समीप रविवार की रात जमीनी आग भड़क गयी. इससे गैस रिसाव होने लगी. आग से निकलने वाली गैस की चपेट में आने से घर में सोये एक ही परिवार के पांच सदस्य बेहोश हो गये. बाहर सोया रोहित (15) को जब घुटन महसूस हुई तो वह उठ कर घर के अंदर गया. घर में सोये परिजनों सरोज देवी (48), पूनम देवी (26), रंजू देवी (19), मंजू कुमारी (18) व मोहित (10) को उठाने लगा. जब किसी ने जवाब नहीं दिया, तो आसपास के लोगों को बुलाया.
तब पता चला कि सभी बेहोशी हालत में थे. उसके बाद अफरा-तफरी मच गयी. लोगों ने सभी के मुंह पर पानी छिड़काव कर उठाया और घर से बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर बैठाया. घटना की सूचना पर झरिया सीओ केदारनाथ सिंह व झरिया इंस्पेक्टर उपेंद्रनाथ राय घटनास्थल पहुंचे. एसडीएम राकेश कुमार व बस्ताकोला जीएम पीके दुबे घटनास्थल पहुंचे. सीओ केदारनाथ सिंह ने राजापुर पीओ विंध्याचल सिंह से अविलंब राहत कार्य शुरू कराने का आदेश दिया. इस पर पीओ ने कहा कि डोजरिंग कराने के लिए कुछ घरों को खाली कराना होगा. उसके बाद घटनास्थल का रस्सी से घेराबंदी की गयी और प्रभावित स्थल की डोजरिंग शुरू की गयी.
प्रभावित लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास करे
एसडीएम राकेश कुमार ने बीसीसीएल प्रबंधन से प्रभावित लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास करने का आदेश दिया. उन्होंने स्थानीय लोगों से कहा कि प्रभावित लोग तत्काल खतरनाक क्षेत्र से हट जायें. उन्होंने बस्ताकोला जीएम पीके दुबे से लोगों को अस्थायी तौर पर रखने की व्यवस्था की जानकारी ली. इस पर जीएम ने कहा कि बस्ताकोला सीआइएसएफ कैंप में लोगों को रखा जा सकता है.
तीन घरों को कराया गया खाली
एसडीएम के आदेश पर प्रबंधन ने अधिक प्रभावित पूनम देवी, कामेश्वर यादव व उमेश कुमार राम का घर सुरक्षा की दृष्टि से खाली करा दिया. उक्त लोगों ने घर का सामान दूसरे स्थान पर ले जाकर रखा.
स्थानीय लोगों ने रोका कार्य : स्थानीय लोगों ने पहले पुनर्वास की मांग को लेकर घटनास्थल पर प्रबंधन द्वारा किये जा रहे खुदाई कार्य को रोक दिया. कहा कि प्रबंधन पहले प्रभावित लोगों को रखने के लिए स्थान बताये. उसके बाद खुदाई करे. इसके बाद सीओ व बीसीसीएल प्रबंधन ने खुदाई रोक दी.
जेआरडीए को भेजा पत्र : बीसीसीएल प्रबंधन ने प्रभावित लोगों का अविलंब पुनर्वास कराने को लेकर जेआरडीए प्रभारी को पत्र भेजा. पत्र के माध्यम से प्रभावित लोगों का सर्वे कर उन्हें जल्द पुनर्वास कराने की मांग की.
11व 12 नंबर सीम में भड़की है आग : बस्ताकोला जीएम पीके दुबे ने बताया कि छह नंबर खदान के 11, 12 नंबर सीम जो केवड़ा कंपनी द्वारा चलायी गयी थी, वहीं आग भड़की है.