Advertisement
सीमेंट की खुदरा कीमत 360 रुपये प्रति बैग
रांची : सीमेंट की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि से अपना घर बनाने वाले तथा बिल्डर दोनों हैरान-परेशान हैं. गत तीन माह में ही कीमत 20 फीसदी तक बढ़ी है. सीमेंट की कीमतों में अायी तेजी की वजह बहुत स्पष्ट नहीं है, लेकिन ग्राहकों से खुदरा व्यापारी कह रहे हैं कि यह तेजी अभी […]
रांची : सीमेंट की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि से अपना घर बनाने वाले तथा बिल्डर दोनों हैरान-परेशान हैं. गत तीन माह में ही कीमत 20 फीसदी तक बढ़ी है. सीमेंट की कीमतों में अायी तेजी की वजह बहुत स्पष्ट नहीं है, लेकिन ग्राहकों से खुदरा व्यापारी कह रहे हैं कि यह तेजी अभी जारी रहेगी.
इधर, कंफेडरेशन अॉफ रियल इस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन अॉफ इंडिया (क्रेडाइ) के झारखंड अध्यक्ष कुमुद झा का मानना है कि सीमेंट की कीमतों में हो रही यह वृद्धि कंपनियों की मुनाफाखोरी के अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण (डीमोनेटाइजेशन) के बाद स्थिति सुधरने पर इंफ्रास्ट्रक्चर का काम बढ़ा है. रियल इस्टेट में सुधार हुआ है.
यह काम का सीजन भी है. पर सीमेंट व स्टील दोनों में आयी उछाल से इसमें थोड़ा ब्रेक लग रहा है. पुरानी बुकिंग पर तो फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन नयी बुकिंग कराने वालों पर निर्माण पर बढ़े खर्च का असर तो पड़ेगा ही. श्री झा ने कहा कि सीमेंट कंपनियों के उत्पादन में बहुत ज्यादा वृद्धि या कमी नहीं होती. इसलिए यह उत्पादन या रियल इस्टेट में काम बढ़ने का मामला नहीं है.
यह सिर्फ मुनाफाखोरी है. इधर, विभिन्न सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने से पहले सीमेंट कंपनियां कीमतों में उछाल ला रही हैं. विशाल सीमेंट, टाटीसिलवे के संचालक राधेश्याम ने कहा कि लगता है सीमेंट की कीमत 400 रुपये प्रति बैग (50 किलो) पर अाकर रुकेगी.
18 फीसदी तक हाे सकती है जीएसटी की दर
गौरतलब है कि देश भर में एक कर प्रणाली जीएसटी लागू होनी है. यह माना जा रहा है कि इसकी दर 18 फीसदी तक हो सकती है. अभी सीमेंट पर वैट व उत्पाद शुल्क(एक्साइज) मिला कर 27 फीसदी तक शुल्क लगता है.
ऐसे में जीएसटी लागू होने पर इसकी कीमत में नौ फीसदी तक कमी करनी होगी. इसलिए अधिकतम मुनाफा कमाने के लिए सीमेंट कंपनियों ने अभी से कीमतें बढ़ानी शुरू कर दी है. हालांकि, केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सीमेंट कंपनियों को इसके लिए चेताया भी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement