रांची: लोहरदगा की पूर्व जिला शिक्षा अधीक्षक फरहाना खातून पर एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप सही पाया है. एसीबी की जांच रिपोर्ट पर सरकार ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. सरकार के आदेश पर शुक्रवार से प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसकी पुष्टि एसीबी के एडीजी पीआरके नायडू ने की है.
एसीबी के अधिकारियों के अनुसार जब फरहाना खातून गोड्डा में पदस्थापित थी, तब उनकी संपत्ति की जांच शुरू की गयी थी. आय से अधिक संपत्ति से संबंधित मामले की जांच के लिए 1996 से 2013 तक का चेक पीरियड निर्धारित किया गया. जांच के दौरान पाया गया कि फरहाना खातून ने कुमार सिक्यूरिटी एजेंसी में निवेश किया है.
पिठोरिया के विभिन्न स्थानों में उनकी 70 डिसमिल, 16 डिसमिल और 12 डिसमिल जमीन है. इसके अलावा रांची में करीब चार हजार स्क्वायर फुट का एक दो मंजिला मकान है, जिसका तकनीकी परीक्षण कोषांग से मूल्यांकन किया जाना बाकी है. एसीबी के अधिकारियों के अनुसार चेक पीरियड के दौरान फरहाना खातून ने विभिन्न माध्यम से 46 लाख, 81 हजार 493 रुपये अर्जित किये. लेकिन उन्होंने इस पीरियड के दौरान 64 लाख रुपये से अधिक खर्च किये. उनकी संपत्ति आय से 37.85 प्रतिशत अधिक है. एसीबी के अधिकारियों के अनुसार जांच में आरोप सही पाये जाने पर सरकार से उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित किये जाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति मांगी थी. घर का मूल्यांकन करने के बाद फरहाना खातून की संपत्ति और बढ़ सकती है.