15 अप्रैल को विद्यालय प्रबंधन समिति के नेतृत्व में प्रभात फेरी निकाली जायेगी. इसमें स्कूल नहीं जानेवाले बच्चों के अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया जायेगा. विद्यालय के आसपास की सफाई पर भी जोर दिया जायेगा. 17 अप्रैल को सबसे अधिक ड्राॅप आउट वाले प्रखंड में मुखिया की तरफ से रोड शो आयोजित किया जायेगा. नुक्कड़ नाटक, प्रभात फेरी और स्थानीय बाजार हाटों में रोड शो के जरिये स्कूलों में नामांकन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. 18 से 20 अप्रैल तक सभी सरकारी विद्यालयों में सघन नामांकन का दौर चलाया जायेगा. 21 अप्रैल को दुबारा स्कूल स्तर पर कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए आसपास के पोषक क्षेत्रों में अभियान चलाया जायेगा. इसमें बाल संसद के सदस्य व्यक्तिगत स्वच्छता कार्यक्रम का जायजा भी लेंगे.
विद्यालय प्रबंधन समिति स्कूलों में नामांकित बच्चों द्वारा दुबारा स्कूल नहीं छोड़ने का काम भी सुनिश्चित करेगी. 22 अप्रैल को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की बालिकाओं की तरफ से प्रखंड स्तरीय बेटी शिक्षा और महिलाओं के विरुद्ध होनेवाली कुरीतियों को समाप्त करने का अभियान चलाया जायेगा. इसमें वाद-विवाद, चित्रांकन प्रतियोगिता, नृत्य नाटिका तथा पहले पढ़ाई फिर विदाई का संदेश दिया जायेगा. 24 अप्रैल को कल बनायें, चलो जल बचायें का नारा दिया जायेगा. बाल संसद, विद्यालय प्रबंधन समिति के जिम्मे यह कार्यक्रम होगा. शून्य ड्राॅप आउट वाले स्कूलों में सफेद झंडा फहराया जायेगा. ड्राॅप आउट मुक्त पंचायत में ब्लू झंडा फहराया जायेगा. 26 अप्रैल को स्कूलों में नये एडमिशन लेने वाले बच्चों के बीच पाठ्य पुस्तक का वितरण किया जायेगा.