जानकारी के अनुसार प्रमोशन के मामले में पहले स्वास्थ्य विभाग ने कोर्ट में यह माना है कि रिम्स ऑटोनोमस संस्था है, इसलिए वह रिम्स रेगुलेशन के हिसाब से प्रमोशन देने के लिए सक्षम है. विभाग के जवाब देते ही रिम्स प्रबंधन ने रेगुलेशन के हिसाब से प्रमोशन का खाका तैयार करना शुुरू कर दिया है.
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रिम्स के डॉक्टर बनेंगे एडिशनल प्रोफसर
रांची: रिम्स के डाॅक्टर अब एडनिशनल प्राेफेसर बनेंगे. रिम्स रेगुलेशन के मुताबिक रिम्स के डाॅक्टरों के प्रमोशन का खाका तैयार किया जा रहा है. कोर्ट के आदेश के बाद रिम्स अपने हिसाब से डाॅक्टरों को प्रमोशन देने जा रहा है. कोर्ट ने रिम्स को डॉक्टरों के प्रमोशन के लिए टाइम लाइन तय कर दिया है. […]
रांची: रिम्स के डाॅक्टर अब एडनिशनल प्राेफेसर बनेंगे. रिम्स रेगुलेशन के मुताबिक रिम्स के डाॅक्टरों के प्रमोशन का खाका तैयार किया जा रहा है. कोर्ट के आदेश के बाद रिम्स अपने हिसाब से डाॅक्टरों को प्रमोशन देने जा रहा है. कोर्ट ने रिम्स को डॉक्टरों के प्रमोशन के लिए टाइम लाइन तय कर दिया है. प्रमोशन करते समय यह देखा जायेगा कि डॉक्टर उस पद के लिए अहर्ता व योग्यता रखते हैं या नहीं. सूत्रों की मानें, तो 10 से 12 साल तक एसाेसिएट प्रोफेसर के रूप में सेवा देनेवाले डॉक्टर एडिशनल प्रोफेसर बन सकते हैं. वहीं 13 साल तक एसोसिएट प्रोफेसर की सेवा देनेवाले डाॅक्टर प्रोफेसर बन जायेंगे. एडिशनल प्रोफेसर के लिए मार्च तक का समय निर्धारित किया है.
जानकारी के अनुसार प्रमोशन के मामले में पहले स्वास्थ्य विभाग ने कोर्ट में यह माना है कि रिम्स ऑटोनोमस संस्था है, इसलिए वह रिम्स रेगुलेशन के हिसाब से प्रमोशन देने के लिए सक्षम है. विभाग के जवाब देते ही रिम्स प्रबंधन ने रेगुलेशन के हिसाब से प्रमोशन का खाका तैयार करना शुुरू कर दिया है.
फरवरी तक असिस्टेंट प्रोफेसर हो जायेंगे एसोसिएट
असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काफी दिनों से सेवा दे रहे डाॅक्टर फरवरी के बाद एसाेसिएट प्रोफेसर बन जायेंगे. असिस्टेंट प्राेफेसर के एसोसिएट बन जाने के बाद नीचे के पदों पर सेवा दे रहे डॉक्टरों के प्रमोशन का रास्ता भी साफ हो गया है. नीचे के पद पर डॉक्टरों का भी शीघ्र प्रमोशन होगा.
अब रिम्स में योगदान देने को इच्छुक होंगे डॉक्टर
रिम्स में प्रमोशन का रास्ता साफ होने के बाद अब बाहर के चिकित्सक रिम्स आने को इच्छुक होंगे. रिम्स के एक चिकित्सक ने बताया कि बाहर के चिकित्सक इसलिए नहीं आना चाहते थे, क्योंकि यहां टाइम बांड प्रमोशन नहीं मिल पाता था. यही कारण है कि कई बार आवेदन निकालने के बाद भी चिकित्सक नहीं आते थे. अब इस समस्या का समाधान हो गया है.
तैयार हो रहा है प्रस्ताव
कोर्ट के आदेश के बाद हम रेगुलेशन के हिसाब से प्रमोशन का प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं. रेगुलेशन के हिसाब से एसोसिएट से एडिशनल प्रोफेसर बनाया जायेगा. शुरू में समय में छूट दी जायेगी, लेकिन बाद में एक समय निर्धारित कर दिया जायेगा. फरवरी तक असिस्टेंट से एसोसिएट व मार्च तक एडिशनल प्रोफेसर पर प्रमोशन हो जायेगा. टाइम बांड प्रमोशन होने से बाहर के चिकित्सक रिम्स आना चाहेंगे.
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक, रिम्स
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