21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

55 दिनों से राजभवन के पास बैठे झालकोकर्मियों का दर्द, सारी उम्र सेवा दी, आज पैसे-पैसे को मोहताज हूं

रांची: सर! मेरे तीन बच्चे हैं, बच्ची शादी लायक हो गयी है, लेकिन मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि उसकी शादी कर सकूं. कई सालों तक हमने झालको को सेवा दी. पर, आज मैं एक-एक पैसे को मोहताज हो गया हूं. मैं अब रिटायर हो चुका हूं. हड्डियां बूढ़ी हो चुकी हैं. अब ताे […]

रांची: सर! मेरे तीन बच्चे हैं, बच्ची शादी लायक हो गयी है, लेकिन मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि उसकी शादी कर सकूं. कई सालों तक हमने झालको को सेवा दी. पर, आज मैं एक-एक पैसे को मोहताज हो गया हूं. मैं अब रिटायर हो चुका हूं. हड्डियां बूढ़ी हो चुकी हैं. अब ताे काम भी नहीं कर सकता है. सरकार से मेरी यही विनती है कि बकाया दे दे ताकि, मैं अपनी बच्ची की शादी कर सकूं. यह कहना है झालको से सेवानिवृत्त हो चुके अकलू दास का.
झालकोकर्मी अपने बकाया वेतन की मांग को लेकर पिछले 55 दिनों से राजभवन के समक्ष धरना पर बैठे हुए हैं. बीती रात शहर का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस था. हाड़ कंपानेवाली इस ठंड में भी ये लोग धरने पर बैठे रहे. ठंड के कारण कई कर्मचारियों की तबीयत भी खराब हो चुकी है. गौरचंद्र रजक भी उन्हीं में से एक हैं. उन्हें डायरिया हो गया है. इधर, रात से शुरू हुई बारिश ने इनकी मुश्किलें और बढ़ा दीं. धरने पर बैठे इन कर्मचारियों का पूरा बिस्तर भी भीग गया है. इसके बाद इन लोगों ने पूरी रात खड़े होकर गुजारी. धरना में बैठे झालकोकर्मी नीरज कुमार ने कहा कि काफी परेशानी हो रही है, हमारा 20 माह का बकाया नहीं दिया गया है. घर की हालत भी खराब है. लोगों से उधार मांग कर कितना खायेंगे.
पीड़ा बताते फफक पड़े सुरेश
धरने पर बैठे 55 वर्षीय सुरेश प्रसाद साहा पत्रकारों को देखते ही फफक पड़े. आंखों में आंसू लिए उन्होंने कहा : इसी आस में दिन काट रहा हूं कि मुझे मेरा बकाया मिल जायेगा. लेकिन, आज तक कुछ नहीं हुआ. खेत में काम कर बच्चों को पढ़ा रहा हूं. मेरी तो किस्मत ही खराब है. भगवान भी मेरी नहीं सुनता. रोते-रोते वे सरकारी व्यवस्था को भी कोसे जा रहे थे.
ये हैं प्रमुख मांगें
18 माह का वेतन का भुगतान हो, योजनामद में 50 करोड़ का कार्य मिले
कर्मचारियों के वेतन से काटी गयी राशि उनके भविष्यनिधि खाते में जमा हो
योग्य व दक्ष पदाधिकारियों और कर्मचारियों को अनुबंध पर रखा जाये

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें