रांची: बस्ती बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में एचइसी प्रशासन व राज्य सरकार के खिलाफ जुलूस निकाला गया. जुलूस शहीद मैदान से शुरू होकर गोल चक्कर तक गया. वहां सभा का आयोजन किया गया. सभा में समिति के संस्थापक सदस्य सिद्धेश्वर सिंह ने कहा कि एचइसी प्रशासन व राज्य सरकार बस्ती वासियों को उजाड़ने की कोशिश में है. उन्होंने राज्य सरकार से लोगों को मालिकाना हक देने की मांग की. केया डे ने कहा कि एचइसी प्रशासन 50 वर्षो से अधिक अवधि से बसे लाखों लोगों को अपने निजी स्वार्थ के लिए हटाने की कोशिश कर रहा है.
वहीं आंदोलन में शामिल लोगों पर झूठा मुकदमा कर फंसाया जा रहा है. राज्य सरकार व एचइसी क्षेत्र में बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल, होटल और रेस्टोरेंट खोलने के उद्देश्य से बड़े-बड़े पूंजीपतियों को जमीन देने की योजना बना रही है. यदि सरकार बस्ती वासियों पर कोई कार्रवाई करती है, तो जन आंदोलन होगा.सभा को संयोजक विनय कुमार ने भी संबोधित किया. जुलूस के दौरान पुलिस द्वारा सिद्धेश्वर सिंह, केया डे, विनय कुमार, अशोक सिंह, शीला देवी और उमेश तिवारी को गिरफ्तार किया गया. बाद में उन्हें छोड़ दिया गया.
समाज का रक्षक बनें : एडीजी
रांची: जैप-10 महिला वाहिनी, होटवार के प्रांगण में महिला पुलिस प्रशिक्षुओं के लिए बुनियादी प्रशिक्षण के तृतीय सत्र के उपरांत पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि जैप के एडीजी कमल नयन चौबे मौजूद थे.
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त महिला जवान समाज का रक्षक बनें. यह प्रशिक्षण आपके लिए नौकरी के 35 वर्षो तक काम आयेगा. उन्होंने कहा कि पहले की पुलिसिंग और आज की पुलिसिंग में बदलाव आया है. अब लोगों की नजर एक-एक पुलिसकर्मियों पर होती है.
समाज में मालिक नहीं, दोस्त बन कर काम करें. इसके पूर्व एडीजी को सलामी दी गयी. उन्होंने परेड का निरीक्षण किया. उसके बाद प्रशिक्षण प्राप्त 178 महिला पुलिसकर्मियों को शपथ दिलायी गयी. समारोह में जैप-10 की समादेष्टा ए विजय लक्ष्मी ने स्वागत भाषण, जैप के डीआइजी ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम में एडीजी एसएन प्रधान, रेजी डुंगडुंग, सीआइडी आइजी संपत मीणा, एसपी अखिलेश झा, एसएसपी भीमसेन टूटी, रेल एसपी इंद्रजीत महथा, झारखंड पुलिस व पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी सहित कई पुलिस अधिकारी उपस्थित थे.
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार
प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रभा डुंगडुंग, ललिता कुजूर, खुशबू होरो, मन कुमारी उरांव सहित कई महिला पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया गया. वहीं वाहिनी को ओवर ऑल प्रदर्शन के लिए पुलिस विभाग की ओर से 50 हजार रुपये नगद पुरस्कार भी दिये गये.