इस दौरान बाल संसद का भी आयोजन किया जायेगा, जिसमें बच्चे अपनी समस्याएं रखेंगे. संबंधित अधिकारी उनके सवालों के जवाब देंगे. बच्चों द्वारा लिखे गये पाेस्टकार्ड पढ़े जायेंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा. कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नयी दिल्ली के निर्देश पर हो रहा है.
उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकारों के प्रति आयोग पूरी तरह से गंभीर है. सदस्य डॉ मनोज कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान बेहतर कार्य करनेवाले बच्चों को सम्मानित भी किया जायेगा. कार्यशाला में एनजीओ सिन्नी, वर्ल्ड विजन, बाल सखा, सेव दी चिल्ड्रेन, प्लान इंडिया व क्रेज का भी सहयोग है.