वह परिवार के सभी सदस्यों पर हमेशा दबाव बनाये रखते थे, जिस कारण घर में हमेशा विवाद होता था. वह मुझे भी प्रताड़ित करते थे. मधुमिता ने यह भी बताया कि डॉ सुकांतो सरकार का संबंध अपने भतीजे की पत्नी के साथ भी था. इसलिए वह भतीजे की पत्नी को साथ रखते थे. मधुमिता ने खुद को मामले में निर्दोष बताया है.
पुलिस मधुमिता के बयान लेने के बाद आसपास के लोगों से भी जानकारी ली. पुलिस ने बयान लेने के बाद अपार्टमेंट से मिले सुसाइड नोट के हस्ताक्षर का मिलान करने का भी प्रयास किया. उल्लेखनीय है कि एक पुलिस अधिकारी के अनुसार अनुसंधान के दौरान नये तथ्य सामने आने पर केस में आगे निर्णय लिया जायेगा. फिलहाल पहले से दर्ज केस में मधुमिता की संलिप्तता पर निर्णय नहीं लिया गया है. डॉ सुकांतो सरकार रांची में ही हैं. नये तथ्य सामने आने पर पुलिस फिर से सुकांतो सरकार का बयान ले सकती है.