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बार कोड की चोरी से शहर के मोबाइल ग्राहक परेशान
रांची : रिलायंस जियो सिम खरीदने के लिए सबसे पहले आधार कार्ड और बार कोड मांगा जाता है़ वहीं लेकिन बार कोड जेनरेट होने के कुछ ही मिनटों में इसकी चोरी हो रही है. इससे रांची के लोग परेशान हैं. लोग सिम लेने के लिए जब स्टोर में पहुंच रहे हैं, तो उन्हें कहा जा […]
रांची : रिलायंस जियो सिम खरीदने के लिए सबसे पहले आधार कार्ड और बार कोड मांगा जाता है़ वहीं लेकिन बार कोड जेनरेट होने के कुछ ही मिनटों में इसकी चोरी हो रही है. इससे रांची के लोग परेशान हैं. लोग सिम लेने के लिए जब स्टोर में पहुंच रहे हैं, तो उन्हें कहा जा रहा है कि यह बार कोड यूज हो चुका है.
क्या है नियम : कंपनी के नियम के मुताबिक, जियो सिम के लिए पहले माइ जियो का एप डाउनलोड करना होगा. इसके बाद एक बार कोड जेनरेट होगा. इस बारकोड को दिखाने के बाद जियो का सिम ले सकते हैं. यह बारकोड आपके मोबाइल के आइएमइआइ नंबर से जेनरेट होता है. एक आइएमइआइ नंबर पर एक ही बार कोड बनता है.
ऐसे हो रही बार कोड की चोरी : जानकारों की मानें तो बारकोड के नीचे बार कोड का डिजिट भी जेनरेट होता है.सिम लेते समय इसे भरा जाता है. दुकानदार शुरुआत और बाद के नंबर को बदल कर किसी और ग्राहक को सिम इश्यू कर देते हैं. जियो का सिम बेच रहे दुकानदारों को पता है कि वर्तमान समय में किस सीरीज का बारकोड चल रहा है. यह कोड ऐसे फोन का होता है, जिसने अभी तक सिम नहीं खरीदा है और जब लोग बारकोड लेकर सिम लेने डिजिटल स्टोर जाते हैं, तो उन्हें पता चलता है कि यह बार कोड इस्तेमाल हो चुका है. इस बार कोड पर सिम नहीं मिलेगा. रिलायंस जियो के अधिकारियाें ने कहा कि किसी ग्राहक को अगर ऐसी समस्या है, तो वे रिलायंस डिजिटल स्टोर में जायें. इसका समाधान किया जायेगा.
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