इधर, गौरव से जब पुलिस पूछताछ करने लगी तो वह बेहोश हो जा रहा था. परिजन भी देर शाम एयरपोर्ट पहुंचे. पिता मृणाल दास ने पुलिस से कहा कि उनका पुत्र दो-तीन दिनों से सोया नहीं है. डोरंडा थाने की पुलिस ने गौरव की मानसिक स्थिति की जांच के लिए रिनपास भेज दी है.उसके पिता चतरा के एक बैंक में कार्यरत है़ं.
इंडिगो का विमान अपने निर्धारित समय 12:50 बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची पहुंचा. विमान में सीढ़ी लगायी गयी. सभी यात्री एक-एक कर उतरने लगे. गौरव ने विमान से उतरते ही कहा कि विमान में बम है. इसके बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया. सभी यात्री जल्दी-जल्दी विमान से उतरने लगे. सूचना मिलते ही सीआइएसएफ के जवानों ने विमान की घेराबंदी कर दी. गौरव को भी जवानों ने कब्जे में ले लिया. इसके बाद विमान को ट्रैक्टर नुमा गाड़ी से चर्ली वे (इमरजेंसी एरिया) में ले जाया गया. वहां बम निरोधक दस्ते ने विमान की जांच शुरू की. साढ़े तीन घंटे तक चली जांच के बाद बम निरोधक दस्ते ने यह पुष्टि की कि विमान में कोई बम नहीं है, सिर्फ अफवाह थी.