रांची: स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य क्षेत्र का रोड मैप तैयार करायेगा. यह रोड मैप राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान (एनआरएचएम) सहित विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में असफल झारखंड को स्वास्थ्य क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर लाने के लिए बनेगा. इसके लिए विभाग इच्छा की अभिव्यक्ति (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट या इओआइ) के माध्यम से फर्म या कंपनियों से सेवा लेगा.
कंपनियों या फर्म को अपनी रिपोर्ट में स्वास्थ्य क्षेत्र में राज्य की उपलब्धियों व चुनौतियों का जिक्र करना है. साथ ही चुनौतियों से निबटने के उपाय भी बताने होंगे. रिपोर्ट में स्वास्थ्य क्षेत्र के मॉडल राज्यों सहित झारखंड के लिए बेहतर मॉडल का जिक्र भी रहेगा. विभाग ने अपने सभी अस्पतालों में दवा की जरूरत, फर्नीचर व सभी तरह के सामान व संसाधन प्रबंधन (इनवेंटरी व एसेट मैनजेमेंट) के लिए सिस्टम डेवलप करने की भी इच्छा की अभिव्यक्ति का सहारा लिया है.
इसके तहत विभिन्न अस्पतालों में मशीनों-उपकरणों की जरूरत, उपलब्धता तथा मशीनों-उपकरणों की वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट बनेगी. ज्ञात हो कि प्रभात खबर ने विभिन्न अस्पतालों में करीब डेढ़ करोड़ की मशीनों की गैर जरूरी खरीद पर रिपोर्ट छापी थी.
जिनकी रिपोर्ट बनेगी : अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (330), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (188), रेफरल अस्पताल (38), मातृ व शिशु अस्पताल (24), जिला अस्पताल (24), प्रमंडलीय अस्पताल (4), अनुमंडलीय अस्पताल (12), ट्रॉमा सेंटर (2), स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (2) व सेंटर (203), एनएनएम कॉलेज (24), जीएनएम कॉलेज (12) तथा न्यू बोर्न स्टेबलाइजेशन सेंटर (17). अभी यह स्पष्ट नहीं है कि स्वास्थ्य उप केंद्रों (3958) की रिपोर्ट बनेगी या नहीं.