21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जमशेदपुर के डीएससीओ पर चलेगी विभागीय कार्यवाही

डोभा में गड़बड़ी. जिला स्तर के अधिकारी पर पहला मामला चाईबासा में डोभा निर्माण में गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है. प्रारंभिक जांच में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी अमरेश कुमार झा तथा भूमि संरक्षण पदाधिकारी रंजीत दास को दोषी पाया गया है. इन पर विभागीय कार्यवाही चलेगी. जिला स्तर पर किसी अधिकारी पर इस मामले […]

डोभा में गड़बड़ी. जिला स्तर के अधिकारी पर पहला मामला
चाईबासा में डोभा निर्माण में गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है. प्रारंभिक जांच में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी अमरेश कुमार झा तथा भूमि संरक्षण पदाधिकारी रंजीत दास को दोषी पाया गया है. इन पर विभागीय कार्यवाही चलेगी. जिला स्तर पर किसी अधिकारी पर इस मामले में कार्यवाही करने का यह पहला मामला है.
मनोज सिंह
रांची : चाईबासा के तत्कालीन जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी अमरेश कुमार झा तथा भूमि संरक्षण पदाधिकारी रंजीत दास पर विभागीय कार्यवाही चलेगी. चाईबासा जिला प्रशासन ने आरोप गठित कर प्रपत्र क विभाग को भेज दिया है. दोनों अधिकारियों पर डोभा निर्माण में गड़बड़ी करने की पुष्टि प्रारंभिक जांच में हुई है. श्री झा अभी जमशेदपुर में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी के पद पर पदस्थापित हैं. चाईबासा के उपायुक्त डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि ने इसकी जांच करायी थी.
जांच में पाया कि बीडीओ की जिस सूची के आधार पर भूमि संरक्षण विभाग डोभा निर्माण का दावा कर रहा है, वह गलत है. इसका निर्माण मनरेगा के तहत कराया गया है. भूमि संरक्षण विभाग इसका गलत दावा कर रहा था. यह मामला चाईबासा जिले के खूंटपानी प्रखंड का है. खूंटपानी के बीडीओ ने जिला भूमि संरक्षण विभाग को योजना बनाओ अभियान के तहत लाभुकों की सूची सौंपी थी. इसी सूची के आधार पर जिला भूमि संरक्षण विभाग ने तीन-चार लाभुकों को आरटीजीएस से पैसा भेज दिया था. इन्हीं किसानों के खेत पर मनरेगा से भी डोभा बना दिया गया था. इसकी शिकायत मिलने पर जांच करायी गयी थी.
पूर्व में भी आरोप लगे हैं अमरेश झा पर
श्री झा जहां-जहां पदस्थापित रहे हैं, वहां-वहां आरोप लगते रहे हैं. हाल ही में सरायकेला में उन पर एक किसान से ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करा लेने का आरोप लगा था. इसकी जांच वहां के तत्कालीन उपायुक्त ने करायी थी. इसमें लगे आरोप की पुष्टि हुई थी.
कोडरमा और चतरा में पदस्थापन के दौरान भी उन पर आरोप लगते रहे हैं. सरायकेला में श्री झा पर पानी पंचायत के अध्यक्ष व सचिव से ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करा कर अपने पास रख लेने का आरोप लगा था. पानी पंचायत को पैसा नहीं देने और ब्लैंक चेक रख लेने की जांच उपायुक्त ने सरायकेला के जिला योजना पदाधिकारी सुरेश राय और प्रशिक्षु आइएएस पंकज जिवंराजका से करायी थी. श्री झा के पास ही सरायकेला के जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी का प्रभार है. सरायकेला में पांच तालाबों का जीर्णोद्धार का काम पानी पंचायत के माध्यम से कराया गया था. इस पर कुल 14 लाख 41 हजार रुपये खर्च अाया था. काम हो जाने के बाद भी राशि का भुगतान पानी पंचायत को नहीं किया जा रहा था.
अमरेश कुमार झा और रंजीत दास के खिलाफ आरोप गठित कर दिया गया है. प्रपत्र क विभाग को भेज दिया गया है. इसकी जांच करायी गयी थी.
डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि, उपायुक्त, चाईबासा
विभागीय सचिव को दी है लिखित जानकारी
कृषि विभाग के दोनों अधिकारियों ने पूरे मामले की लिखित जानकारी विभागीय सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी को भी दी है. दोनों ने बताया है कि किसानों ने पैसे लौटाने की बात कही है. तकनीकी गड़बड़ी के कारण पैसा किसान के खाते में चला गया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें