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पतरातू डैम में खत्म हो रहा पानी, बढ़ेगा संकट

रांची, पतरातू: जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, पीटीपीएस डैम का जलस्तर घट रहा है. डैम का जलस्तर पांच साल के न्यूनतम स्तर पर आ गया है. 89.96 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी संग्रहण क्षमतावाले इस डैम में 21 अप्रैल, 2016 को 1313.09 आरएल पानी ही शेष था. वर्ष 1968 में बने इस डैम से बिजली तो […]

रांची, पतरातू: जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, पीटीपीएस डैम का जलस्तर घट रहा है. डैम का जलस्तर पांच साल के न्यूनतम स्तर पर आ गया है. 89.96 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी संग्रहण क्षमतावाले इस डैम में 21 अप्रैल, 2016 को 1313.09 आरएल पानी ही शेष था. वर्ष 1968 में बने इस डैम से बिजली तो बनती ही है, यह जलाशय बड़ी आबादी की प्यास भी बुझाता है. कुल मिला कर वर्तमान में 53 एकड़ फीट पानी की खपत हो रही है.

खासकर पीटीपीएस कॉलोनी क्षेत्र, पतरातू के अलावा सीसीएल और सेना को वर्षों से यहां से पानी मिल रहा है. करीब सात-आठ वर्ष से जिंदल कंपनी भी पीटीपीएस डैम का पानी ले रहा है. जलस्तर इसी तेजी से घटता रहा, तो आनेवाले दिनों में रामगढ़ सैन्य छावनी सहित सीसीएल व जिंदल को तत्काल पानी की आपूर्ति बंद करनी पड़ सकती है. हालांकि, चालू वर्ष में बिजली उत्पादन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन, आनेवाले दिनों में इसका असर दिख सकता है. पहले से बीमार पीटीपीएस से बिजली का उत्पादन ठप भी हो सकता है, जिससे पूरे झारखंड को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा.
पानी का ऐसे होता है इस्तेमाल : डैम से वर्तमान में 53 एकड़ फीट पानी की खपत हो रही है. इसमें से 25 एकड़ फीट पानी का इस्तेमाल बिजली उत्पादन में हो रहा है. सेना व सीसीएल क्षेत्र को 20 एकड़ फीट, जिंदल कंपनी को पांच एकड़ फीट व पीटीपीएस कॉलोनी व आसपास के क्षेत्र में तीन एकड़ फीट पानी मिलता है.
जून में मॉनसून नहीं आया, तो होगा संकट : पीटीपीएस के जीएम बच्चू नारायण ने कहा है कि जून तक मॉनसून नहीं आया, तो गंभीर संकट खड़ा हो जायेगा. तमाम जगह पानी की सप्लाई तो बंद होगी ही, विद्युत उत्पादन भी प्रभावित होगा. उन्होंने पतरातू की जनता से व्यर्थ पानी न बहाने की अपील की है. स्टैंड पोस्ट समेत आवासीय कॉलोनी में भी पानी की काफी बरबादी हो रही है. इसे रोकना होगा.
सीएसआर हेड ने पूछा : किस हैसियत से पूछ रहे हैं सवाल
जिंदल के सीएसआर हेड कुमार अमन को फोन करने पर उन्होंने इस बारेम ें कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने संवाददाता से पूछा, वह किस हैसियत से उनसे सवाल पूछ रहे हैं. बाद में उन्होंने कॉरपोरेट अफेयर्स के एचओडी राजीव किशोर से बात करने के लिए कहा. वहीं, राजीव किशोर ने कहा कि मामला उनके समय का नहीं है. पूरी जानकारी हासिल करने के बाद ही कुछ बता पायेंगे.
पीटीपीएस के जीएम बोले : अब जिंदल को नोटिस करूंगा
पीटीपीएस के जीएम बच्चू नारायण ने कहा कि शुरुआती दौर में जिंदल ने सफाई का काम शुरू किया था. बाद में यह बंद हो गया. हमलोग एनटीपीसी की स्थापना की तैयारियों में उलझे थे, इसलिए इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हो पायी. अब हम इस संबंध में जिंदल को नोटिस भेजेंगे. पानी के लिए जिंदल के एग्रीमेंट का भी रिन्यूअल होना है. मामले को गंभीरता से देखेंगे.
पानी के बदले जिंदल को करना था डैम को गहरा
बलकुदरा स्थित जिंदल कंपनी लोकल स्तर पर एग्रीमेंट करके सात-आठ साल से डैम से पानी ले रही है. बदले में कंपनी को हर साल डैम की सफाई और उसका गहरीकरण करना था. शुरुआती कुछ दिनों के बाद कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया.

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