रांची: राज्यपाल डॉ सैयद अहमद ने राज्य के कर्मियों से कहा है कि वे ईमानदारी से काम करें, अन्यथा दंड भुगतने को तैयार रहें. काम में किसी प्रकार की कोताही और कमी स्वीकार नहीं की जायेगी. वह रविवार को एटीआइ सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दूसरे दिन में बोल रहे थे. उन्होंने विभागीय सचिवों, प्रमंडीय आयुक्तों, उपायुक्तों व उप विकास आयुक्तों को विकास व कल्याणकारी योजनाओं को लेकर कई नसीहत दी. बैठक में राज्यपाल के दोनों सलाहकार मधुकर गुप्ता व के विजय कुमार, मुख्य सचिव आरएस शर्मा, विकास आयुक्त एके सरकार भी शामिल थे.
राज्यपाल ने कहा कि दो दिवसीय बैठक की सार्थकता तभी पूरी होगी, जब लोगों के समक्ष इसके परिणाम अच्छे आयेंगे. मकसद अच्छा होगा. चरित्र अच्छा होगा, तो रिजल्ट भी अच्छा आयेगा. बस अच्छे रिजल्ट के लिए दिशा सही होनी चाहिए.
सभी काम समयबद्ध हों : राज्यपाल ने अफसरों से कहा कि किसी भी योजनाओं का कार्यान्वयन समयबद्ध तरीके से हो. इसमें अनावश्यक विलंब नहीं करें. कुछ विभाग तय समय-सीमा के अंदर अपने कार्य नहीं करते हैं. यह उनकी शिथिलता दर्शाती है. विलंब होने से योजना की लागत में भी वृद्धि हो जाती है.
घर की तरह करें सरकारी काम : राज्यपाल ने अफसरों से कहा कि वे सरकार का भी काम अपने घर के काम की तरह करें, तभी सरकार का काम आगे बढ़ेगा.
काम नहीं होने पर सख्ती करें : राज्यपाल ने अफसरों से कहा कि कार्य की गुणवत्ता पर खास ध्यान दिया जाये. क्षेत्रीय पदाधिकारियों से कहा कि गुणवत्ता का मूल्यांकन समय- समय पर करें. साथ ही ठेकेदार व एजेंटों को सही परामर्श दें. जो ठेकेदार या एजेंट गुणवत्तायुक्त काम नहीं करते हैं, उनके प्रति नरमी नहीं दिखायी जाये. सख्ती से कार्रवाई करें.