हत्या के बाद हथियार अपने मामा को दे दिया. पुलिस ने राम सिंह की तलाश में बहुबाजार स्थित उसके घर में छापामारी की, लेकिन वह परिवार के सदस्यों के साथ घर से गायब मिला. पुलिस ने राम सिंह और रिंकु सिंह की तलाश में खेलारी में भी छापेमारी की, लेकिन वहां भी दोनों के बारे में पुलिस को सुराग नहीं मिला. पुलिस की छापेमारी दोनों की तलाश में जारी है. उल्लेखनीय है कि हत्याकांड के संबंध रंजीत ने पहले पुलिस को बताया था कि उसके भाई की हत्या बाइक पर सवार होकर आये शूटरों ने की है, लेकिन पुलिस को हत्याकांड में किसी शूटर की संलिप्तता के साक्ष्य नहीं मिले. तब पुलिस ने रंजीत सिंह की संलिप्तता पर जांच शुरू की.
पुलिस ने जब उससे पूछताछ शुरू की, तब उसने फिर से हत्याकांड में शूटरों के शामिल होने की जानकारी दी. शनिवार को पुलिस ने रंजीत को हिरासत में लेकर फिर से पूछताछ की. तब उसने बताया कि उसके भाई मंजीत ने खुद ही गोली मार कर आत्महत्या कर ली है. मैं हथियार अपने पापा को दे दिया है. पुलिस रंजीत को लेकर उसके पिता के पास पहुंची. उसके पिता ने हथियार के बारे में जानकारी होने की बात से इनकार कर दिया. तब रंजीत ने पुलिस ने कहा, मुझसे गलती हो गयी. हथियार मैंने अपने मामा राम सिंह को दे दिया था. रंजीत के बार- बार बयान बदलने से पुलिस को यकीन हो गया कि रंजीत पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा. तब पुलिस ने रंजीत से कड़ाई से पूछताछ की. इस पर रंजीत टूट गया और उसने बताया कि मंजीत की हत्या की घटना को अंजाम उसने अपने मामा के साथ मिल कर दिया था.
पूछताछ के बाद पुलिस ने रंजीत को हिरासत में ले लिया है, लेकिन अभी पुलिस ने उसके गिरफ्तारी की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है. पुलिस सूत्रों के अनुसार रंजीत के मामा को गिरफ्तार करने और हथियार बरामद करने के बाद रंजीत को गिरफ्तार करने पर निर्णय लिया जायेगा. पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है कि रंजीत अभी भी कहीं कुछ झूठ तो नहीं बोला. पुलिस को इस बात की भी जानकारी मिली है कि रंजीत की मां ने रंजीत के मामा को फोन कर भगा दिया है. पुलिस मामले में सभी की संलिप्तता पर गहराई से जांच कर रही है.