रांची: राज्य में झारखंड शिक्षा परियोजना में 5000 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है़ं वर्ष 2015 में सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए स्कूल किट वितरण की योजना शुरू की गयी़ इसके तहत 310 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया था़ कस्तूरबा गांधी विद्यालय की कक्षा आठ की छात्राओं को नि:शुल्क टैब दिया गया़ 203 कस्तूरबा विद्यालय को जिम के लिए राशि दी गयी़ राज्य में 57 नये प्रखंडों में बालिका आवासीय विद्यालय खोलने के लिए राशि आवंटित की गयी. सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को नि:शुल्क पोशाक व पुस्तक भी दी गयी. राज्य के 49 लाख बच्चों को पोशाक दी गयी. पोशाक वितरण के लिए 184 करोड़ का प्रावधन किया गया था. इसमें से 180 करोड़ खर्च किये गये.
विद्यालय विकास कोष : विद्यालय विकास कोष के लिए स्वीकृत 31 करोड़ में से 30 करोड़ व विद्यालय रखरखाव के लिए स्वीकृत 29 करोड़ में से 28 करोड़ रुपये खर्च हुआ़ विद्यालय मरम्मत कार्य व शौचालय निर्माण का भी शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया गया़ शिक्षा परियोजना द्वारा बाल समागम, कस्तूरबा समागम, स्कूल चले-चलायें अभियान की शुरुआत की गयी़ विद्यालय में बच्चों का ठहराव सुनिश्चित करने के लिए प्रयास योजना की शुरुआत की गयी़
स्कूल किट का वितरण
वर्ष 2015-16 में स्कूल किट वितरण योजना की शुरुआत की गयी़ इसके तहत कक्षा एक से आठ में पढ़ने वाले बच्चों को नि:शुल्क कॉपी, पेन, पेंसिल, स्कूल बैग, जूता-माैजा दिया गया़ 50 प्रतिशत उपस्थिति वाले बच्चों को ही स्कूल किट दिया गया़ स्कूल किट के लिए कक्षा एक से पांच के बच्चों को 590 रुपये, कक्षा छह से आठ के लिए 715 रुपये दिये गये. राशि बच्चों के खाते में दी गयी थी़
49 लाख बच्चों को पोशाक
सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले कक्षा एक से अाठ तक के 49 लाख बच्चों को नि:शुल्क पोशाक दी गयी. पोशाक के लिए बजट में 184 करोड़ का प्रावधान किया गया था. बच्चों की नि:शुल्क किताब के लिए 70 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था, इनमें से 57 करोड़ खर्च हुए.
छात्राओं को दिया गया टैब
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की कक्षा आठ की छात्राओं को नि:शुल्क टैब दिया गया़ शिक्षा परियोजना द्वारा आठ हजार टैब छात्राओं काे दिया गया़ एक टैब की कीमत छह हजार रुपये थी़ कस्तूरबा विद्यालयों में जिम की भी व्यवस्था की गयी़ राज्य के 203 कस्तूरबा विद्यालय को जिम के लिए दो-दो लाख रुपये दिये गये़
57 नये आवासीय विद्यालय
राज्य में नये 57 नये बालिका आवासीय विद्यालय खोलने को स्वीकृति दी गयी़ विद्यालय वैसे प्रखंडाें में खोला गया जहां से पहले से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय नहीं था़ प्रति विद्यालय के लिए चार करोड़ रुपये आवंटित किये गये. नये भवन बनने तक वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पढ़ाई शुरू की गयी है़