बैंक के आठ सौ से अधिक कर्मियों ने पहले दिन कोई काम नहीं किया. देश भर में 56 ग्रामीण बैंकों के 20 हजार कर्मचारी हड़ताल पर रहे. ज्ञात हो कि केंद्र सरकार की भेदभाव पूर्ण नीति के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ रूरल रीजनल बैंक यूनियन ने हड़ताल का आह्वान किया गया है.
हड़ताली कर्मी इंडियन बैंक एसोसिएशन के मार्फत वेतन पुनरीक्षण समझौता करने, सेवा शर्त नियमावली राष्ट्रीयकृत बैंकों की तरह करने, ग्रामीण बैंकों के निजीकरण को बंद करने, राज्य के 125 दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नियमित करने और पेंशन की सुविधाएं देने की मांग की. संघ के महासचिव एनके वर्मा, एके प्रसाद और डीएन पांडेय ने बैंकों में आउट सोर्सिंग बंद किये जाने, नवनियुक्त कार्यालय सहायकों को स्नातक स्तर का वेतन देने व मित्रा कमेटी की अनुशंसा को रद्द करने की मांग की़