रांची: समय पर दवाएं उपलब्ध नहीं होने से जन औषधि केंद्रों का संचालन बंद करना पड़ सकता है. जन औषधि की दवाओं के सुपर स्टॉकिस्ट यूनिक फार्मा ने दवा कंपनियों को पत्र लिख कर कहा है कि अगर समय पर दवाएं उपलब्ध नहीं हुई तो वह राज्य के जन औषधि केंद्रों पर दवा उपलब्ध नहीं करा पायेंगे. दवा उपलब्ध नहीं होने से कारोबार भी बंद करना पड़ सकता है. सुपर स्टॉकिस्ट का कहना है कि वह राज्य के जन औषधि केंद्रों पर सीमित दवाएं नहीं पहुंचायेंगे, पर्याप्त दवाएं होने पर ही सेंटर पर दवाएं भेजी जायेंगी.
अगस्त में खोला गया था जन औषधि केंद्र : राज्य में लोगों तक सस्ती दवाएं पहुंचाने के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल में 15 अगस्त 2013 को जन औषधि केंद्र स्थापित किया गया था. केंद्र पर 300 से ज्यादा दवाएं मुहैया कराने की बात कही गयी थी. अस्पताल के चिकित्सकों से यह आग्रह किया गया था कि वह मरीजों को जन औषधि की दवाएं भी लिखें.
स्टॉकिस्ट के पास है मात्र 40 दवाएं : राज्य के जन औषधि केंद्र को सप्लाइ करने वाली संस्था सुपर स्टॉकिस्ट यूनिक फार्मा के पास वर्तमान में मात्र 40 दवाएं ही हैं. इसमें ब्लड प्रेशर एवं डायबिटीज जैसी आवश्यक दवाएं भी नहीं हैं. छह महीने से यह स्थिति है.
कंपनी समय पर दवाएं उपलब्ध नहीं करा रही हैं. कंपनी को लिखा हूं कि ऐसी स्थिति में सेंटर पर दवाएं उपलब्ध नहीं कराया जा सकती हैं. यही हाल रहा तो कारोबार बंद करना पड़ सकता है.
अविनाश तिवारी, संचालक यूनिक फार्मा