रांची: राजधानी के बीचो-बीच कांटाटोली में बस स्टैंड को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. व्यापारियों व उद्यमियों की सबसे बड़ी संस्था झारखंड चेंबर ने भी बस स्टैंड को बाहर ले जाने की बात रही है. चेंबर अध्यक्ष समेत कई पूर्व अध्यक्ष व कार्यकारिणी सदस्यों ने इस संबंध में अपनी बात कही है.
चेंबर अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि जब कोई शहर फैलता है, तो उसमें बदलाव जरूरी है. आज रांची की जरूरत है कि बस स्टैंड कांटाटोली से हटाया जाये. इस बस स्टैंड के कारण लगातार जाम रहता है. इस स्टैंड को शहर से कम से कम 10 किमी ले जाना चाहिए. इससे शहर में चलनेवाले ऑटो को भी लाभ होगा. शहर के बीच में ही घूमते रहनेवाले ऑटो का रूट बढ़ेगा. शहर को भी जाम से निजात मिलेगा.
चेंबर के पूर्व अध्यक्ष सज्जन सर्राफ ने कहा कि शहर के बीच से बस स्टैंड हटना ही चाहिए. देश में किसी भी राजधानी के बीच में बस स्टैंड नहीं है. पहले जब शहर छोटा था, तब कांटाटोली में बस स्टैंड होने से परेशानी नहीं थी. अब तो नामकुम तक शहर फैल गया है. पहले रातू रोड में भी बस स्टैंड था, लोगों को परेशानी होती थी. बस स्टैंड हटने के बाद से वहां ट्रैफिक की समस्या कम हुई है. सरकार को इस पर प्राथमिकता से ध्यान देना चाहिए.
चेंबर कार्यकारिणी सदस्य कुणाल अजमानी ने कहा कि नो इंट्री जोन के बाहर ही बस स्टैंड होना चाहिए. जहां तक ट्रक को आने की अनुमति है, वहीं तक बस को भी होनी चाहिए. इससे जाम की समस्या से निजात मिलेगी. कांटाटोली बस स्टैंड में आये दिनों आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं, इस पर भी रोक लगेगी. रांची की जनसंख्या व बसों की संख्या दोनों बढ़ी है. लोगों की सुविधा के लिए शहर के विश्वस्तरीय बस स्टैंड बनना चाहिए.
पूर्व अध्यक्ष अंचल किंगर ने कहा कि शहर के बीच से बस स्टैंड अवश्य हटाया जाना चाहिए. इससे शहर में जाम भी कम होगा. आज भी पांच-दस पहले वाली सोच के साथ ही यहां व्यवस्था चल रही है. आज लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है. शहर का विस्तार भी हुआ है. लेकिन कांटाटोली बस स्टैंड से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. बस स्टैंड को रिंग रोड के पास बनाना चाहिए. नया बस स्टैंड हर तरह की सुविधा युक्त हो.