पवन प्रमाणिक मूल रूप से पुरुलिया के रहनेवाले हैं. एसीबी के एसपी ने बताया कि पवन प्रमाणिक ने लिखित शिकायत की थी कि सेक्टर-तीन स्थित रिलायंस टावर की 20 बैट्रियां चोरी हो गयी थी. इस संबंध में नौ दिसंबर को उन्होंने धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. मामले की जांच दरोगा राजेंद्र कुमार कर रहे थे.
दारोगा की ओर से पवन प्रमाणिक को धमकी मिल रही थी कि पांच हजार रुपये नहीं देने पर उसे ही जेल भेज दिया जायेगा. पवन कुमार ने तब इसकी शिकायत एसीबी से की. एसीबी की टीम ने प्रारंभिक जांच में आरोप को सही पाया. इसके बाद एक टीम का गठन कर सोमवार को धुर्वा भेजा गया. पवन प्रमाणिक ने जैसे ही पांच हजार रुपया दरोगा राजेंद्र कुमार को दिया, टीम ने दारोगा को गिरफ्तार कर लिया.