राज्य पुलिस की दो एजेंसियां समेत एक केंद्रीय एजेंसी ने भी जांच शुरू कर दी है. इसे लेकर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि टंडवा और पिपरवार इलाके में उग्रवादियों की ओर से कमेटी के नाम पर हर माह करोड़ों रुपये की वसूली की जाती है. वसूली से पुलिस, राजनेता समेत अन्य को भी हिस्सा मिलता है. वसूली के जरिये ही वहां के करीब 10 लोगों ने कुछ सालों में ही अकूत संपत्ति अर्जित की है. मामले की जांच एसआइटी से कराने के लिए मुख्यालय सरकार को पत्र लिख चुकी है. यह रिपोर्ट भी आ चुकी है कि रघुराम रेड्डी की टीपीसी के सुप्रिमो से लगातार बात होती है.
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टीपीसी उग्रवादी से माओवादी कैसे बना बिंदु!
रांची: चतरा की टंडवा पुलिस द्वारा 22 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार बिंदु गंझू मार्च में टीपीसी का उग्रवादी था. पुलिस ने 13 मार्च को उसे 10 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था. कुछ ही दिन बाद वह जेल से छूट गया. 30 नवंबर को टंडवा पुलिस ने बिंदु को दोबारा गिरफ्तार […]
रांची: चतरा की टंडवा पुलिस द्वारा 22 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार बिंदु गंझू मार्च में टीपीसी का उग्रवादी था. पुलिस ने 13 मार्च को उसे 10 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था. कुछ ही दिन बाद वह जेल से छूट गया. 30 नवंबर को टंडवा पुलिस ने बिंदु को दोबारा गिरफ्तार किया. इस बार पुलिस ने बताया कि वह माओवादी जोनल कमांडर मनोहर को 22 लाख रुपया पहुंचाने जा रहा था. छह माह में ही बिंदु गंझू टीपीसी के उग्रवादी से माओवादी कैसे बन गया, इसकी जांच शुरू हो गयी है.
राज्य पुलिस की दो एजेंसियां समेत एक केंद्रीय एजेंसी ने भी जांच शुरू कर दी है. इसे लेकर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि टंडवा और पिपरवार इलाके में उग्रवादियों की ओर से कमेटी के नाम पर हर माह करोड़ों रुपये की वसूली की जाती है. वसूली से पुलिस, राजनेता समेत अन्य को भी हिस्सा मिलता है. वसूली के जरिये ही वहां के करीब 10 लोगों ने कुछ सालों में ही अकूत संपत्ति अर्जित की है. मामले की जांच एसआइटी से कराने के लिए मुख्यालय सरकार को पत्र लिख चुकी है. यह रिपोर्ट भी आ चुकी है कि रघुराम रेड्डी की टीपीसी के सुप्रिमो से लगातार बात होती है.
तथ्य
13 मार्च : चतरा पुलिस ने 10 लाख रुपये के साथ टीपीसी का आदमी बता किया था गिरफ्तार
30 नवंबर : पुलिस ने 22 लाख रुपये के साथ माओवादी का आदमी बता किया गिरफ्तार
सवाल: इतनी जल्दी कैसे छूटा बिंदु
जांच एजेंसियां इस सवाल का भी जवाब ढूंढ रही है कि जब पुलिस ने 13 मार्च को बिंदु गंझू को गिरफ्तार किया था, तब वह इतनी जल्दी जेल से कैसे छूट गया. उस वक्त पुलिस ने चार हाइवा बरामद किया था. उसके बैंक अकाउंट में पुलिस को दो करोड़ रुपये मिले थे. तब पुलिस ने बिंदु गंझू की संपत्ति को जब्त करने का कार्रवाई शुरू करने की भी बात कही थी. इसके बावजूद वह कैसे छूट गया.
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