रांची: राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर विनोद शंकर मिश्र पर गड़बड़ी के मामले में केस चल रहा है. सरकार ने उनके खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दे दी है, लेकिन उनका चयन आइएएस में प्रोन्नति के लिए हो गया है.
हालांकि यूपीएससी ने उन्हें औपबंधिक रूप से चयन किया है. यूपीएससी ने यह क्लीयर कर दिया है कि अगर राज्य सरकार उनके मामले में सत्य निष्ठा प्रमाण पत्र दे देती है, तो यूपीएससी को प्रमोशन देने में कोई आपत्ति नहीं होगी.
जानकारी के मुताबिक श्री मिश्र जब चतरा में प्रखंड विकास पदाधिकारी के पद पर थे, तो उनके खिलाफ गड़बड़ी का मामला सामने आया था. विकास कार्य में गड़बड़ी को लेकर उनके खिलाफ कोर्ट में केस किया गया था. यह केस अब भी चल रहा है. दो माह के अंदर यूपीएससी के समक्ष यह मामला क्लीयर करना है, तभी उन्हें प्रोन्नति मिल सकेगी.