रांचीः राज्य का पंचायती राज विभाग पिछड़ रहा है. विभाग ने इस वित्तीय वर्ष का एक पैसा भी खर्च नहीं किया है. जिलों को पैसा ही नहीं दिया है. यह सब कुछ यहां स्थायी निदेशक नहीं होने व कार्यो की सही मॉनिटरिंग नहीं होने से हो रहा है.
31 जनवरी 2013 को निदेशक गणोश प्रसाद के सेवानिवृत्त होने के बाद किसी भी स्थायी निदेशक की यहां पोस्टिंग नहीं हुई. कल्याण सचिव को ही प्रभार देकर काम चलाया जा रहा है. ख्यांग्ते को तीन पदों का प्रभार : फिलहाल कल्याण सचिव एल ख्यांग्ते पंचायती राज सचिव व निदेशक के प्रभार में भी हैं. यानी वह तीन-तीन पदों को संभाल रहे हैं.