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शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि की मट्टिी पर बयानबाजी गलत : अनिरुद्ध सिंह

शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि की मिट्टी पर बयानबाजी गलत : अनिरुद्ध सिंहवरीय संवाददाता, रांची भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ के सचिव और सेवानिवृत भारतीय वायु सेना सेवा कर्मी अनिरुद्ध सिंह ने कहा है कि परमवीर अलबर्ट एक्का की समाधि की मिट्टी पर बयानबाजी करना गलत है. उन्होंने कहा कि सेना और सीमा सुरक्षा बल के […]

शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि की मिट्टी पर बयानबाजी गलत : अनिरुद्ध सिंहवरीय संवाददाता, रांची भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ के सचिव और सेवानिवृत भारतीय वायु सेना सेवा कर्मी अनिरुद्ध सिंह ने कहा है कि परमवीर अलबर्ट एक्का की समाधि की मिट्टी पर बयानबाजी करना गलत है. उन्होंने कहा कि सेना और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के कामयाब मिशन से शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि की पवित्र मिट्टी रांची लायी गयी है. प्रभात खबर संवाददाता से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि डीएनए जांच और अन्य तरह की फोरेंसिक जांच कराया जाये अथवा नहीं. यह तय करना सरकार का काम है. राजधानी से प्रकाशित होनेवाली हिंदी दैनिक प्रभात खबर ने हमारी मुहिम को सफल बनाने में मदद की है. उन्होंने कहा कि सोमवार की सुबह हावड़ा-हटिया ट्रेन से पवित्र मिट्टी को लेकर बीएसएफ के हेड कांस्टेबल जर्नादन रांची पहुंचे. हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं, जिससे यह साबित हो जायेगा कि लांसनायक अलबर्ट एक्का की समाधि अगरतल्ला में है. यहां पर 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए अन्य सैन्य कर्मियों के नाम पर शहीद स्थल बनाया गया है. इसे किसी भी तरह से दरकिनार नहीं किया जा सकता है और न ही किसी तरह का विवाद है.कैसे हुआ सबअनिरुद्ध सिंह ने बताया कि 26 नवंबर को प्रभात खबर में बलमदीना एक्का की इच्छा क्या है खबर देखने के बाद ही वह सक्रिय हो गये थे. हर साल भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ की तरफ से अलबर्ट एक्का के गांव में शहीद दिवस मनाया जाता है. इस दिन देशभर के पूर्व सैनिक जुटते हैं और शहीद को श्रद्धांजलि देते हैं. श्री सिंह ने कहा कि उन्हें भी लगा कि तीन दिसंबर को ही यदि मिट्टी सौंप दी जाये तो शहीद की पत्नी की इच्छा पूरी हो जायेगी. इसके बाद 28 नवंबर को उन्होंने 14 गार्डस बटालियन के सेवानिवृत्त मेजर डीएन दास से फोन पर बात की. उन्होंने जेनरल माधवेंद्र सिंह से बात करने की सलाह दी और उनका नंबर भी दिया. जेनरल माधवेंद्र इंडियन मिलिट्री एकेडमी में भी थे. जब उनसे बात हुई तो उन्होंने कहा कि यह काम हो जायेगा. इसके बाद उन्होंने बीएसएफ के डीआइजी सांगवान से बात की. श्री सांगवान ने ही अार्मी कूरियर के माध्यम से एयर एंडिया के विमान से एक विशेष दूत के बीएसएफ के हवलदार जनार्दन कुमार के हाथों पवित्र मिट्टी भेजी. शहीद के स्थल का वीडियो बनाकर भी व्हाट्स एप से भेजा. जनार्दन कुमार कल आने वाले थे, पर हमारी व्यग्रता को देखते हुए वह रविवार को ही हावड़ा-हटिया ट्रेन से रांची आ गये और पवित्र मिट्टी का सीलबंद पैकेट सौंप दिया. इसके बाद इसे कलश में रखा गया. उन्होंने कहा कि यह सारा काम 11 से 12 घंटे के भीतर ही हो गया. उन्होंने कहा कि तीन दिसंबर को 14 गार्डस के मेजर डीएन दास भी रहेंगे.

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