रांची: प्रदेश कांग्रेस द्वारा मनाये जा रहे सांप्रदायिक सौहाद्र्र सप्ताह कार्यक्रम के तहत मंगलवार को मौलाना आजाद कम्यूनल हारमोनी इन माडर्न इंडिया विषय पर कार्यशाला की गयी. इसमें वक्ताओं ने कहा कि मौलाना आजाद ने हिंदू-मुसलिम एकता गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 1940 में हुए रामगढ़ अधिवेशन के बाद देश की अखंडता के लिए वे पूरे जीवन संघर्ष करते रहे.
रांची में गुजारे गये उनकी जिंदगी के चार महत्वपूर्ण वर्षो के दौरान मौलाना आजाद द्वारा दिये गये सदभावना का संदेश केवल झारखंड के ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोगों को राह दिखाती रहेगी. इसके पहले कार्यशाला का उदघाटन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत ने किया.
विधायक डॉ सरफराज अहमद, मौलाना अनवर तहजीबुल हसन, डॉ गुलफाम मुजीबी, प्रो एचबी सिंह, प्रो मिथलेश, हरिराम, जयप्रकाश गुप्ता, केशव महतो कमलेश, अनादि ब्रह्ना, डॉ शैलेश सिन्हा, लाल किशोर नाथ शाहदेव, मनोज यादव, रवींद्र सिंह, संजय पांडेय, आभा सिन्हा, विजय साहु, सुरेंद्र सिंह, दिलीप दराद मौजूद थे.