रांची: 15 नवंबर को मुहर्रम, प्रकाश पर्व व राज्य का स्थापना दिवस है. इसको लेकर गुरुवार को उपायुक्त विनय चौबे की अध्यक्षता में केंद्रीय शांति समिति की बैठक हुई. बैठक में उपायुक्त ने तीनों खलीफाओं व सिख समुदाय को जुलूस का रूट निर्धारित करने को कहा. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से किसी को परेशानी नहीं होगी. उपायुक्त ने कहा कि जो भी रूट तय होगा, प्रशासन सहयोग करेगा. बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि प्रकाश पर्व का जुलूस अगर शहीद चौक व उर्दू लाइब्रेरी के बीच होगा, तो उस वक्त मुहर्रम का जुलूस मेन रोड में नहीं होगा.
बैठक में रामधन वर्मन ने कहा कि गुरु पर्व व मुहर्रम पर्व भाइचारगी से मनाया जायेगा. परमजीत सिंह टिंकू ने कहा कि जुलूस के समय में परिवर्तन करने का आग्रह जिला प्रशासन के पदाधिकारियों से किया. इस मौके पर अंजुमन इसलामिया के अध्यक्ष इबरार अहमद, मनोज खन्ना व मोइज अख्तर ने भी अपनी बातें रखीं. मो इसलाम ने कहा कि आज शहर के हालात अच्छे नहीं हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के लिए चुनौती है. युवा गुमराह हो रहे हैं. आतंक का रास्ता अपना रहे हैं.
पुलिस को मामले की गहराई तक जाना चाहिए. बैठक में एसडीओ अमित कुमार, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नरेंद्र कुमार झा,सिटी एसपी मनोज रतन चोथे, ग्रामीण एसपी एके झा के अलावा शांति समिति की ओर से कैलाश यादव,उदय शंकर ओझा, प्रदीप राय, हरविंदर वीर सिंह, रवींद्र वर्मा, गगनदीप सिंह, हरविंदर सिंह लाली, मौलेश सिंह आदि मौजूद थे.