रांची: झारखंड सरकार दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए कोलकाता की कंपनी टेक्नो इंडिया के साथ हुए समझौते को रद्द करेगी. इसी वर्ष राष्ट्रपति शासन के दौरान टेक्नो इंडिया को दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज का मेंटेनेंस और प्रबंधन का जिम्मा अगले तीस वर्षो के लिए दिया गया था.
विज्ञान प्रावैधिकी विभाग की ओर से इस संबंध में गामा हायर एजुकेशन और टेक्नो इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिख कर सूचित कर दिया गया है. विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एके पांडेय ने कहा कि संस्थान की ओर से 2013-14 में इंजीनियरिंग पाठय़क्रम का सत्र शुरू नहीं करने के लिए चयनित कंपनी दोषी है. इन कारणों से समझौता रद्द किया जायेगा. कॉलेज में तीन सौ सीटों पर दाखिला लेकर इसी वर्ष से पढ़ाई शुरू करनी थी.
सूत्रों के अनुसार टेक्नो इंडिया और गामा हायर एजुकेशन की ओर से दिये गये जवाब पर भी सरकार संतुष्ट नहीं है. अब पूरे मामले को मुख्य सचिव के पास भेजने की तैयारी चल रही है, ताकि आगे निर्णय लिया जा सके . कंपनी को दिये गये रामगढ़ और चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रबंधन के मामले पर भी सरकार पुनर्विचार कर रही है.
पांच फरवरी को हुआ था समझौता
इस वर्ष पांच फरवरी को सरकार और गामा हायर एजुकेशन व टेक्नो इंडिया के साथ यह समझौता किया गया था. इन शर्तो का अब उल्लंघन हो रहा है. समझौते की शर्तो के अनुसार इन दोनों कंपनियों को अपग्रेडेशन, ऑपरेशन, मेंटेनेंस और मैनेजमेंट का काम दिया गया है.
शर्तो का उल्लंघन
समझौते की शर्तो के अनुसार चयनित कंपनी को कई औपचारिकताएं पूरी करनी थी. समझौते के अनुसार स्वीकृति, परमिट और अन्य काम समझौते के 180 दिनों के भीतर करने थे, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. जुलाई 2013 में संस्थान के शैक्षणिक सत्र की शुरुआत करनी थी.