रांची: राजधानी में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति की हत्या कर जिस सोनू इमरोज ने दंगा भड़काने की साजिश रची थी, उसे रांची जिला में पदस्थापित एक सिपाही का संरक्षण प्राप्त रहा है. वह सिपाही कई वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ काम कर चुका है.
सोनू के सहयोग से ही सिपाही उसके विरोधी गिरोह के कुछ सदस्यों को पकड़ चुका है. बताया तो यह भी जाता है कि सिपाही जब भी किसी अपराधी को पकड़ता है और यदि उसके पास हथियार नहीं होता है, तब वह सोनू से हथियार जुगाड़ करने को कहता है, ताकि गिरफ्तारी हथियार के साथ दिखायी जा सके.
जेल से जमानत पर निकलने के बाद जब सोनू इमरोज कांटाटोली के बंुडू स्टैंड का ठेका लेने कुछ गत 13 मार्च को हथियार लेकर साथियों के साथ पहुंचा था, तब पुलिस ने उसके गिरोह के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि सोनू भाग निकला था. घटना के बाद पुलिस ने सोनू की तलाश तेज कर दी थी. एक दिन जब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, तब सिपाही ने सोनू को बचाने के लिए पैरवी की थी, यह कहते हुए कि अभी उसे नहीं पकड़ना है, उससे बहुत काम लेना बाकी है. राजधानी के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति की हत्या की साजिश रचने में साेनू इमरोज की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद पुलिस ने एक बार फिर से उसकी तलाश शुरू कर दी है.
पुलिस ने बढ़ायी सुरक्षा
सोनू ने गिरोह के सदस्य मो तबरेज व इमरान को उस महत्वपूर्ण व्यक्ति की हत्या की सुपारी दी थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उक्त व्यक्ति की सुरक्षा बढ़ा दी है. उक्त बातें कोतवाली एएसपी अंशुमन कुमार ने दी है.