रांची: झारखंड में तालमेल से बनी सरकार जनता के लिए नहीं है. यह तालमेल दिल्ली में सत्ता हासिल करने को लेकर किया गया है. राज्य की जनता को गिरवी रख दिया गया है. कांग्रेस झारखंड की बलि चढ़ाने की कोशिश कर रही है.
भाजपा कांग्रेस और झामुमो के इस नापाक इरादे को सफल नहीं होने देगी. इस साजिश को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा ने यह कहा. श्री मुंडा शनिवार को स्वागतम बैंक्वेट हॉल में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोरचा की कार्यसमिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि झारखंड में बनी सरकार का विकास से कोई वास्ता नहीं है. जनजातीय समुदाय को आनेवाले लोकसभा चुनाव में मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार हो जाना चाहिए.
मोरचा अध्यक्ष समीर उरांव ने जनजातीय भाषा को द्वितीय राज्यसभा का दर्जा देने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि अगर राज्य में भाजपा की सरकार बनी, तो जनजातीय महापुरुषों के गांव से रथ यात्रा निकाल कर उनके सम्मान एवं जन जागरण का कार्य किया जायेगा. बैठक में 16 राजनीतिक प्रस्ताव पारित किये गये. बैठक में विधायक विमला प्रधान, पुत्कर हेंब्रम के अलावा 22 जिलों के 317 प्रतिनिधि शामिल हुए.