हथिया भी बिन बरसे हो रहा विदा 11 अक्तूबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावनाकृषि विशेषज्ञों ने फसल उत्पादकों को दी विशेष सलाह वरीय संवाददाता, भागलपुरकिसानों के बीच पुराने जमाने से लोकोक्ति आदि न बरसे आद्र्रा, अंत न बरसे हस्त, कहे डाक दोनों गये पंडित और गृहस्थ चरितार्थ हुई. आद्रा से आसमान की ओर टकटकी लगाये किसानों को हथिया नक्षत्र में भी निराशा हुई. 10 अक्तूबर को हथिया नक्षत्र भी समाप्त हो जायेगा लेकिन बारिश के आसार नहीं हैं. क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ11 अक्तूबर तक मौसम शुष्क और आसमान साफ रहेगा. बीच-बीच में हवा अपना रुख और गति बदलेगी. हवा की गति तीन से दस किलोमीटर प्रति घंटा के बीच रहेगी. दिन का तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के कारण उमस भी रहेगी. न्यूनतम तापमान 21 से 23 डिग्री के बीच रहेगा. क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञशुष्क मौसम को देखते हुए किसान पहले ही धान एवं मक्का की तैयार फसलों की कटाई एवं झराइ करें. धान की फसल जो बाली निकलने से दूध भर कर दाना बनने की अवस्था में है, उसमें सिंचाई करें. बालियों को गंधी कीड़े से बचाने के लिए 10 प्रतिशत फॉलीडाल धूल का प्रति हेक्टेयर 10-15 किलो की दर से छिड़काव आठ बजे सुबह से पहले अथवा पांच बजे शाम के बाद बालियों पर करें. ऊंचे खेतों में तोरी की बुआई के लिए खेत की तैयारी करें. रबी फसलों के समय से बुआई के लिए खेतों की तैयारी करें. सड़ी-गली गोबर की खाद 150-200 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से पूरे खेत में बिखेरें. खेतों में अंकुरण के लायक नमी बनाये रखने के लिए खाली खेतों की प्रत्येक जुताई के बाद पाटा अवश्य चला दें. ये करें सब्जी उत्पादक: फूलगोभी, मिर्च, टमाटर, बैगन, प्याज व बरसाती सब्जियां जैसे- भिंडी, लौकी, नेनुआ सब्जियों में आवश्यकतानुसार निकाई-गुड़ाई, सिंचाई व यूरिया डालें. सितंबर में बोयी गयी अरहर की फसल में निकाई-गुड़ाई करें. विषाणु से ग्रसित टमाटर एवं मिर्च के पौधों को जड़ से उखाड़ कर जला दें. रोग की तीव्रता अधिक होने पर इमिडाक्लाप्रिड 1 मिली प्रति 3 लीटर पानी में घोल बना कर छिड़काव करें. बैगन की फसल में तना एवं फल छेदक कीट की शुरुआती रोक-थाम के लिए बैगन की रोपाई के 10-15 दिनों बाद 1 ग्राम फ्युराडान 3 जी दानेदार दवा प्रति पौधा की दर से जड़ के पास मिट्टी में मिला दें. खड़ी फसल में इस कीट से ग्रसित तना एवं फल की तुराई कर मिट्टी में गाड़ दें. फुल गोभी वाली फसल में पत्ती खाने वाली कीट (डायमंड बैक मॉथ) की रोकथाम हेतु स्पेनोसेड दवा एक मिली प्रति 4 लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें. ये करें दुग्ध उत्पादक: दुधारू पशुओं का दुग्ध उत्पादन बढ़ाने हेतु साफ दाना, हरे एवं शुष्क चारे के मिश्रण के साथ खिलायें. इनके आहार में पर्याप्त मात्र में प्रोटीन, कारबोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, खनिज, लवण एवं एंटिबाॅयोटिक का समावेश करें.
BREAKING NEWS
हथिया भी बिन बरसे हो रहा विदा
हथिया भी बिन बरसे हो रहा विदा 11 अक्तूबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावनाकृषि विशेषज्ञों ने फसल उत्पादकों को दी विशेष सलाह वरीय संवाददाता, भागलपुरकिसानों के बीच पुराने जमाने से लोकोक्ति आदि न बरसे आद्र्रा, अंत न बरसे हस्त, कहे डाक दोनों गये पंडित और गृहस्थ चरितार्थ हुई. आद्रा से आसमान की ओर टकटकी […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement