खबर यह भी है कि कुछ क्रशर संचालक और बालू कारोबार से जुड़े लोगाें से पीएलएफआइ के उग्रवादी लेवी वसूल भी चुके हैं. वहीं कई लोगों से हाल के दिनों में लेवी भी मांगी गयी है, लेकिन क्रशर संचालक उग्रवािदयाें के भय से प्राथमिकी दर्ज नहीं करा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ माह से खूंटी में पुलिस की ओर से अभियान चलाया गया, इस कारण पीएलएफआइ के कई उग्रवादी खूंटी छोड़ भाग गये हैं. कर्रा के कुछ उग्रवादी लापुंग इलाके में चले गये हैं, जबकि खूंटी के कुछ उग्रवादी चाईबासा और ओड़िशा के बॉर्डर की ओर निकल गये. वहीं कुछ उग्रवादी संगठन चलाने के लिए तुपुदाना इलाके में शिफ्ट कर गये हैं. उग्रवादियों की गतिविधि के कारण स्थानीय लोग दहशत में हैं.
Advertisement
तुपुदाना का इलाका बनता जा रहा है पीएलएफआइ का गढ़
रांची: तुपुदाना ओपी के क्षेत्र के कुछ इलाके में इन दिनों पीएलएफआइ के उग्रवादियों की धमक महसूस होने लगी है. विशेष रूप से खूंटी की सीमा से सटे चोरटांग गांव, गढ़सूल जंगल और सतरंजी से नामकुम की ओर से जानेवाले मार्ग के कुछ क्षेत्रों में उग्रवादियों की गतिविधि बढ़ी है. यह क्षेत्र उग्रवादियों के लिए […]
रांची: तुपुदाना ओपी के क्षेत्र के कुछ इलाके में इन दिनों पीएलएफआइ के उग्रवादियों की धमक महसूस होने लगी है. विशेष रूप से खूंटी की सीमा से सटे चोरटांग गांव, गढ़सूल जंगल और सतरंजी से नामकुम की ओर से जानेवाले मार्ग के कुछ क्षेत्रों में उग्रवादियों की गतिविधि बढ़ी है. यह क्षेत्र उग्रवादियों के लिए आरामगाह बनता जा रहा है. यहीं से उग्रवादी संगठन चलाने के नाम पर व्यवसायी, ठेकेदार और क्रशर संचालकों से लेवी की मांग कर रहे हैं.
खबर यह भी है कि कुछ क्रशर संचालक और बालू कारोबार से जुड़े लोगाें से पीएलएफआइ के उग्रवादी लेवी वसूल भी चुके हैं. वहीं कई लोगों से हाल के दिनों में लेवी भी मांगी गयी है, लेकिन क्रशर संचालक उग्रवािदयाें के भय से प्राथमिकी दर्ज नहीं करा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ माह से खूंटी में पुलिस की ओर से अभियान चलाया गया, इस कारण पीएलएफआइ के कई उग्रवादी खूंटी छोड़ भाग गये हैं. कर्रा के कुछ उग्रवादी लापुंग इलाके में चले गये हैं, जबकि खूंटी के कुछ उग्रवादी चाईबासा और ओड़िशा के बॉर्डर की ओर निकल गये. वहीं कुछ उग्रवादी संगठन चलाने के लिए तुपुदाना इलाके में शिफ्ट कर गये हैं. उग्रवादियों की गतिविधि के कारण स्थानीय लोग दहशत में हैं.
ये उग्रवादी हैं सक्रिय
मिली जानकारी के अनुसार पीएलएफआइ के उग्रवादी दिनेश साहू, विनोद सांगा और अखिलेश गोप समेत कुछ अन्य उग्रवादी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं. यह भी बताया जाता है कि खूंटी से भाग कर चाईबासा में रहनेवाला जीदन गुड़िया भी कभी- कभी तुपुदाना इलाके के जंगल में पहुंचता है और दस्ता के सदस्यों से मुलाकात कर वहां से निकल जाता है.
हाल के दिनों में हुई घटनाएं
15 अगस्त: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के खूंटी सीमा स्थित गढ़सूल जंगल में उग्रवादियों की बैठक, छापेमारी.
11 अगस्त: तुपुदाना के डुंडीगढ़ा स्थित डाबर खान की दुकान से पीलएफआइ के परचे और वरदी बरामद.
04 अगस्त: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के चोरटांग गांव में मुठभेड़ के बाद एरिया कमांडर जेठा कच्छप पकड़ा गया
06 अप्रैल: तुपुदाना ओपी क्षेत्र से पीएलएफआइ के चार उग्रवादी
हथियार के साथ गिरफ्तार किये गये थे.
जेठा कच्छप दे चुका है जानकारी
अपनी गिरफ्तारी के बाद जेठा कच्छप पुलिस को बता चुका है कि खूंटी जिला में पीएलएफआइ उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाये जाने के बाद संगठन के लोग इधर- उधर भागने लगे. इसी क्रम में संगठन के कुछ लोग तुपुदाना भी पहुंचने लगे. पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए जेठा अपने दस्ते के साथ चोरटांग गांव में संगठन विस्तार करने के लिए सदस्यों के साथ छिप कर रहता था.
तुपुदाना में पीएलएफआइ उग्रवादियों के सक्रिय होने और क्रशर वालों से लेवी मांगे जाने की जानकारी मिली है. अब तक किसी ने मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी है. लेवी मांगने में एक-दो उग्रवादियों का नाम भी सामने आया है. पुलिस कार्रवाई कर रही है. प्रभात कुमार, एसएसपी, रांची
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement