अगस्त में पलामू प्रमंडल में 297 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, पर हुई मात्र 194 मिमी. सितंबर में तो परेशानी और बढ़ती नजर आ रही है. सितंबर माह के नौ दिन गुजर गये, पर पूरे प्रमंडल में मात्र 2.9 मिमी ही बारिश हुई, जबकि इस माह में 212.7 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. पलामू जिले में तो इन नौ दिनों में बिलकुल ही बारिश नहीं हुई है. कोडरमा की स्थिति भी ठीक नहीं है. जिले में सितंबर में अब तक मात्र 1.3 मिमी ही बारिश हुई है. साहेबगंज को छोड़ दें, तो किसी भी जिले में 50 मिमी तक भी बारिश रिकॉर्ड नहीं की गयी. संताल परगना की स्थिति कुछ हद तक ठीक है. यहां अप्रैल से सितंबर माह के पहले सप्ताह तक 1109 मिमी बारिश हुई है. जबकि 1145 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. सितंबर में साहेबगंज में 60 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी.
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अगस्त के अंतिम सप्ताह व सितंबर में बारिश को तरसे किसान सूखे खेत, पड़ी दरारें
रांची : झारखंड खरीफ की खेती एक बार फिर संकट में है. जल्द बारिश नहीं हुई, तो राज्य इस वर्ष भी सूखे की चपेट में आ सकता है. सितंबर माह में बारिश की स्थिति अच्छी नहीं है. अगस्त माह में भी सामान्य से कम बारिश हुई थी. सितंबर में अब तक औसतन 17 मिमी ही […]
रांची : झारखंड खरीफ की खेती एक बार फिर संकट में है. जल्द बारिश नहीं हुई, तो राज्य इस वर्ष भी सूखे की चपेट में आ सकता है. सितंबर माह में बारिश की स्थिति अच्छी नहीं है. अगस्त माह में भी सामान्य से कम बारिश हुई थी. सितंबर में अब तक औसतन 17 मिमी ही बारिश रिकॉर्ड की गयी है. अगस्त माह में राज्य में औसतन 238 मिमी ही बारिश हुई थी. बारिश नहीं होने से खेत सूखने लगे हैं. उनमें दरारें आने लगी हैं. हालांकि अभी धान के पौधे हरे हैं, पर आनेवाले कुछ दिनों तक यही स्थिति रही, तो धान के पौधे भी सूख जायेंगे.
पलामू की स्थिति सबसे खराब : सबसे बुरी स्थित पलामू प्रमंडल की है. पलामू प्रमंडल में अप्रैल से अगस्त माह के पहले सप्ताह तक 1051 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. पर, अब तक मात्र 753 मिमी बारिश ही हुई है.
फसल का ग्रोथ रुका
बीएयू के एग्रोनॉमी विभाग के अध्यक्ष डॉ एमएस यादव का कहना है कि धान की फसल को बारिश की बहुत जरूरत है. बारिश नहीं होने से धान की फसल का विकास (ग्रोथ) रुक गया है. इससे उपज प्रभावित होगी. फिर बारिश होने से भी बहुत फायदा नहीं होेनेवाला है. जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा हो, वह हल्की सिंचाई करें. इससे फसल को कुछ राहत मिल पायेगी.
उम्मीद भी : 11 के बाद बारिश के आसार
मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि 11 सितंबर के बाद राज्य में बारिश हो सकती है. 11 सितबंर के आसपास झारखंड के आसपास बादल का निर्माण हो सकता है. इससे कुछ दिनों तक बारिश हो सकती है. विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि इसका असर पूरे राज्य में हो सकता है. बारिश नहीं होने के कारण तापमान भी चढ़ गया है.
अप्रैल से सितंबर तक बारिश की स्थिति
बािरश धान
जिला सामान्य हुई लक्ष्य रोपा
रांची 1229 800.3 168 160
खूंटी 1100 738 76 68
नोट : बारिश मिमी में, रोपा हजार हेक्टेयर में
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