22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

1800 टन कूड़े का प्रबंधन रोज

अहमदाबाद की आबादी है 60 लाख, कचरे की होती है रिसाइक्लिंग रांची : अहमदाबाद की प्रमुख सड़कों की तो बात ही छोड़ दें, वहां गली मोहल्ले में भी कूड़ा नहीं दिखता है. वहां की आबादी लगभग 60 लाख है. वहां सीवरेज ड्रेनेज प्रणाली बेहतर है, जिसके कारण शहर की सड़कों पर बारिश में भी जलजमाव […]

अहमदाबाद की आबादी है 60 लाख, कचरे की होती है रिसाइक्लिंग
रांची : अहमदाबाद की प्रमुख सड़कों की तो बात ही छोड़ दें, वहां गली मोहल्ले में भी कूड़ा नहीं दिखता है. वहां की आबादी लगभग 60 लाख है. वहां सीवरेज ड्रेनेज प्रणाली बेहतर है, जिसके कारण शहर की सड़कों पर बारिश में भी जलजमाव नहीं होता. अहमदाबाद से रोज 1800 टन कूड़ा-कचरा निकलता है.
अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (एएमसी) ने कचरा डिस्पोजल के लिए शहर के चार छोरों पर चार बड़े डंपिंग यार्ड का निर्माण किया है. इसके अलावा शहर के अंदर ही कूड़ा ट्रांसफर करने के लिए एक दर्जन से अधिक ट्रांसफर स्टेशन बनाये गये हैं.
इस शहर की सफाई व्यवस्था तीन चरणों में होती है. पहले चरण में घर से कूड़ा को निकाल डस्टबीन में डाला जाता है. यहां से कूड़े को उठा कर ट्रांसफर स्टेशन में डाला जाता है. अंतिम चरण में कचरे की रिसाइक्लिंग की जाती है.
कचरे से बनता है खाद
अहमदाबाद से रोज निकले कूड़े का उपयोग किया जाता है. कूड़े के लिए बनाये गये ट्रांसफर स्टेशन पर कचरे को सूखे और गीले की श्रेणी में अलग-अलग किया जाता है. फिर कूड़े को बड़े वाहनों में लोड कर डंपिंग यार्ड तक पहुंचाया जाता है. डंपिंग यार्ड पहुंचने के बाद गीले कचरे (चावल, रोटी, ब्रेड, फल व हरी सब्जी) से खाद बनाया जाता है. वहीं, सूखे कचरे (प्लास्टिक, पेपर, बोतल, बिल्डिंग मेटेरियल) को अलग कर उससे ईंट व टाइल्स का निर्माण किया जाता है.
दिन में दो बार होती है शहर में सफाई
अहमदाबाद नगर निगम द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए दिन में दो बार सफाई की जाती है. सुबह छह बजे से लेकर 11 बजे तक डोर टू डोर(हर घर से) कूड़ा कलेक्शन किया जाता है. उसके बाद इसे डस्टबीन में डाल दिया जाता है. दिन के तीन बजे से शाम छह बजे तक दूसरे चरण का सफाई अभियान होता है. इसके तहत सड़कों से कूड़े का उठाव किया जाता है.
कूड़ा उठाने के इस कार्य में अहमदाबाद नगर निगम के पास 17 हजार कर्मचारियों की फौज है. अगर किसी मोहल्ले में किसी कर्मचारी ने कचरा नहीं उठाया तो इसके लिए लोग निगम के टॉल फ्री नंबर पर शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं. शिकायत मिलने पर उस मोहल्ले में कचरा उठाव के लिए स्पेशल वाहन भेजा जाता है. संबंधित कर्मचारी पर लापरवाही के आरोप में कार्रवाई भी की जाती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें