रांची: सीबीएसइ स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) के निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं. बोर्ड के निर्देश के बावजूद सीबीएसइ स्कूल अपने शिक्षकों का वेतन व शुल्क की जानकारी सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं. सीबीएसइ बोर्ड ने सभी सीबीएसइ स्कूलों को अपने काम में पारदर्शिता लाने का निर्देश दिया था. इसके तहत वेबसाइट के माध्यम से स्कूल से संबंधित जानकारी सार्वजनिक करने को कहा गया था. राजधानी के अधिकांश सीबीएसइ स्कूल इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं.
किसी भी स्कूल के वेबसाइट पर शिक्षकों का वेतन व अलग-अलग कक्षाओं के शुल्क के बारे में जानकारी नहीं दी गयी है. सभी स्कूलों को अपना वेबसाइट बनाने के लिए भी कहा गया था, लेकिन कई स्कूलों ने अभी तक अपना वेबसाइट भी नहीं बनाया है. इस संबंध में सीबीएसइ की ओर से स्कूलों को रिमाइंडर भी दिया गया है.
क्या था सीबीएसइ का निर्देश
सीबीएसइ की ओर से स्कूलों को सभी सूचना स्कूल की वेबसाइट पर डालने को कहा गया है. इसमें शिक्षकों के वेतन का विस्तृत ब्योरा, सभी कक्षाओं के शुल्क की संरचना, स्कूल प्रबंध समिति के सदस्यों का नाम, पता व स्कूल कैंपस के बारे में जानकारी देने को कहा गया है.
पंजीयन पर लग सकता रोक
सीबीएसइ का निर्देश नहीं मानने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. निर्धारित समय पर सभी सूचना जारी नहीं करने पर कक्षा नौ व दस में विद्यार्थियों का पंजीयन रोका जा सकता है.
वेतनमान व महंगाई का हवाला
राजधानी के अधिकांश निजी स्कूल शिक्षकों के वेतन व अन्य सुविधाओं के नाम पर बच्चों से शिक्षण शुल्क के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं. अधिकांश स्कूल शिक्षकों को मापदंड के अनुरूप वेतन नहीं देते हैं. छठा वेतनमान के नाम पर शिक्षण शुल्क में एकमुश्त 30 से 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी की थी. इसके अलावा प्रति वर्ष शुल्क में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी करते है.