मेदिनीनगर/रांची : पलामू जिला में देर रात पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गये हैं. इस संबंध में पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि पलामू में सतबरवा थाना क्षेत्र के बकोरिया गांव में देर रात करीब तीन घंटे तक मुठभेड़ चली जिसमें 12 माओवादी मारे गये हैं.
सीआरपीएफ और पुलिस के द्वारा चलाये गये सर्च ऑपरेशन में यह सफलता मिली. इस मुठभेड़ की शुरूआत नक्सलियों की ओर से हुई, जिसका जवाब पुलिस की ओर से दिया गया. इस घटना के बाद पुलिस के कई आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं. घटना स्थल से पुलिस ने एक क्षतिग्रस्त स्कॉर्पियो और 8 रायफल सहित 250 कारतूस बरामद किेये हैं. फिलहाल पुलिस का सर्च ऑरेशन जारी है.
मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सलियों की पहचान हो चुकी है. पहले की पहचान उत्तम यादव के रूप में हुई जो मनिका में पारा शिक्षक हैं, वहीं दूसरे की पहचान योगेश कुमार यादव के रूप में हुई है जो हजारीबाग का रहने वाला है. आईजी नटराजन का दावा है कि मारे गये नक्सलियों में कमांडर आरके जी भी शामिल है जो लातेहार कांड में शामिल था.
पुलिस ने खुलासा किया है कि 2013 के कटिया गांव में शहीद के शरीर में बम प्लांट करने वाला नक्सली आरके प्रसाद भी इस मुठभेड़ में मारा गया है. वह इस इलाके का एरिया कमांडर था जिसपर पुलिस ने पांच लाख का ईनाम रखा था.
पलामू मुठभेड़ पर झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि प्रजातंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होती है. दुनिया में किसी भी आंदोलन के लिए सत्याग्रह का सहारा लिया गया. उन्होंने कहा कि मैं सभी भटके लोगों से आग्रह करता हूं कि वे मुख्यधारा से जुड़ें और अपनी समस्या रखें. उन्हें सरकार का सहयोग करना चाहिए.
वहीं, सोमवार को पलामू पुलिस ने पांकी के आसेहार पहाड़ी से उग्रवादी संगठन जेपीसी के सबजोनल कमांडर विजय यादव सहित तीन उग्रवादियों को पकड़ा है. उनके पास से दो बाइक, एक पिस्तौल,पांच जिंदा कारतूस व पांच मोबाइल बरामद हुए. प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस उपाधीक्षक प्रभातरंजन बरवार व प्रशिक्षु आइपीएस प्रशांत आनंद ने बताया कि सूचना मिली थी कि आसेहार पहाड़ी के पास कुछ उग्रवादी जमा हुए हैं. पुलिस के पहुंचते ही उग्रवादी वहां से भागने लगे.
पुलिस ने पीछा कर जोनल कमांडर विजय यादव व उसके दो सहयोगी गणेश यादव व राजकुमार यादव को धर दबोचा. विजय यादव मनातू के जसपुर गांव का रहनेवाला है. पहले वह भाकपा माओवादी में था. उग्रवादी गणोश मनातू के भितिहा व राजकुमार पांकी के बनई गांव के हैं. उग्रवादियों ने संगठन के बारे में कई अहम जानकारी दी है.