शीघ्र ही इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा. घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ऑरिजिन (आपी) एवं सेव लाइफ संस्था भी सहयोग कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में जीवन सुरक्षित रखने के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है. दुर्घटना के बाद तत्काल उपचार की जरूरत है, तभी जीवन बच सकता है. हाइवे पर पेट्रोलिंग की जरूरत है.
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रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट केयर पायलट प्रोग्राम का शुभारंभ, सीएम ने कहा-राज्य में बनेंगे 11 ट्रॉमा सेंटर
रांची: सड़क दुर्घटना में घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग राज्य में 11 ट्रॉमा सेंटर खोले जायेंगे. रविवार को रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट केयर पायलट प्रोग्राम के उदघाटन के अवसर पर रिम्स ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि राज्य में ट्रॉमा सेंटर खोलने […]
रांची: सड़क दुर्घटना में घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग राज्य में 11 ट्रॉमा सेंटर खोले जायेंगे. रविवार को रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट केयर पायलट प्रोग्राम के उदघाटन के अवसर पर रिम्स ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि राज्य में ट्रॉमा सेंटर खोलने के लिए केंद्र सरकार से बातचीत चल रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार स्विट्जरलैंड से पेरिस जाते वक्त वह भी दुर्घटना के शिकार हुए थे. उनकी गाड़ी डिवाइडर से टकरा गयी थी, लेकिन टक्कर के बाद पीछे वाले वाहन ने रोक कर हालचाल पूछा, सहयोग किया. इसी दौरान 15 मिनट भी नहीं हुआ था कि पुलिस एवं चिकित्सकों की टीम आ गयी. पुलिस वाले ज्यादा ड्राइवर को तंग नहीं किये, हल्की पूछताछ की. इसके बाद पुलिस वाले ही हमें स्टेशन तक आ कर छोड़े. हमारे यहां ऐसा बहुत कम मिलता है. पुलिस को अच्छे काम के बाद भी लांक्षन लगता है, लेकिन बावजूद अच्छी तरह काम करना है.
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ऑरिजिन के प्रेसिडेंट डॉ रवि जहागीरदार ने कहा कि भारत में हेल्थ केयर को आगे बढ़ाने के लिए काम करना चाहते है, इसी उद्देश्य से यहां काम की शुरुआत किये हैं. आपी के सलाहकार डॉ अनवर फिरोज ने कहा कि हमारा दिल हिंदुस्तानी है, इसलिए यहां के लिए कुछ करना चाहते है. दुर्घटना के बाद बचाव के लिए देश में जागरूकता ज्यादा जरूरी है. मौके पर विशिष्ट अतिथि पद्मश्री अशोक भगत, मुख्य सचिव राजीव गौबा, डीजीपी एके पांडेय, खादी बोर्ड के अध्यक्ष जयनंदू, सजर्न डॉ आरपी श्रीवास्तव, रिम्स निदेशक डॉ एसके चौधरी, न्यूरो सजर्न डॉ अनिल कुमार सहित रिम्स के चिकित्सक, नर्सिग की छात्रएं, स्कूल के विद्यार्थी एवं कर्मचारी मौजूद थे.
50 पुलिस कर्मियों को मिला प्रशिक्षण
सेव लाइफ फाउंडेशन, दिल्ली से आयी टीम ने रिम्स के टेली मेडिसिन में 50 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुर्घटना स्थल से घायल को कैसे लाना है. दुर्घटना स्थल से कैसे घायल को वाहन में शिफ्ट करना है. सीमित साधन होते हुए भी कैसे मरीज को सुरक्षित अस्पताल में पहुंचाना है, इसकी जानकारी दी गयी. अगर घायल को कार्डियेक मसाज की आवश्यकता है तो कैसे देना है इसके बारे में भी जानकारी दी गयी. सोमवार को भी 50 से ज्यादा पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जायेगा.
पुलिसिया भय खत्म करना होगा : डीजीपी
रांची . कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कि रूप में डीजीपी डीके पांडेय ने कहा कि दुर्घटना रोकने के लिए रास्ते में पड़ा पत्थर हमें हटाना होगा, यानी लोगों के मन से पुलिसिया कार्रवाई का भय समाप्त करना होगा. तब ही हम दुर्घटना में जख्मी व्यक्ति की जान बचा सकते हैं. हालांकि अब न ही डॉर व न पुलिस घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वालों को परेशान करती है. घायल का जान बचाना प्राथमिकता है.
पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि लोगों व पुलिस को संवेदनशील होना होगा, तब ही दुर्घटना में घायल लोगों को बचाया जा सकता है. इसके लोगों में सिविक सेंस की आवश्यकता है. मानवाधिकार आइजी एमएस भाटिया ने कहा कि लोगों का जान बचाना एक पुनीत कार्य है, छात्रों को भी दुर्घटना के प्रति संवेदनशील होना होगा. रोमांच के लिए तेज गति से वाहन न चलायें और ना ही कलाबाजी करे. यह जानलेवा है. विधायक डॉ जीतू चरण राम ने कहा कि दुर्घटना से बचने के लिए ट्रैफिक नियम का पालन करें.
आपी से जुड़े हैं एक लाख प्रवासी फिजिशियन
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ऑरिजिन (आपी) में करीब एक लाख फिजिशियन जुड़े है. ये सभी चिकित्सक प्रवासी भारतीय है. एसोसिएशन की नवनियुक्त डॉ सीमा जैन ने बताया कि हर साल भारत में एसोसिएशन की बैठक होती है एवं भारत में स्वास्थ्य सेवा पर विचार किया जाता है. झारखंड में हम पहली बार यह सेवा शुरू कर रहे है. यहां आपी के छह सदस्यों की टीम आयी है.
मुख्यमंत्री ने देखा डेमो
दुर्घटना में घायलों को कैसे बचाया जा सकता है, इसका डेमो भी दिखाया गया. जमशेदपुर में टाटा स्टील एवं मेडिका अस्पताल के सहयोग से कर्मचारियों ने डेमो दिखाया. मेडिका अस्पताल, रांची के न्यूरो सजर्न डॉ संजय कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि मरीज को दुर्घटना स्थल से सही तरीके से अस्पताल लाना महत्वपूर्ण होता है. एंबुलेंस में रखे फस्र्ट एड एवं उपकरणों के बारे में भी बताया.
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