रांची: आवास बोर्ड ने हरमू कॉलोनी के सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए निर्धारित की जमीन अधूरे बने प्लांट समेत रांची नगर निगम को बेच दिया है. लगभग एक एकड़ से ऊपर की इस जमीन पर निगम द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है. हरमू पावर ग्रिड और हरमू नदी के बीच अवस्थित इस भूखंड को एटूजेड कंपनी को ठोस कचरा अवशिष्ट प्रबंधन के लिए देने की तैयारी है. आवास बोर्ड से बगैर एग्रीमेंट कराये निगम ने जमीन पर चहारदीवारी के लिए न केवल टेंडर निकाल दिया, बल्कि उस पर निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया है. महीने भर से काम चलने के बावजूद आवास बोर्ड को जानकारी नहीं थी. काम के बारे में जानकारी मांगने पर बोर्ड और निगम एग्रीमेंट पूरी करने की प्रक्रिया में जुट गये हैं. इस कार्य में एक पूर्व कनीय अभियंता बिचौलिया की भूमिका निभा रहे हैं. सिवरेज के लिए निर्धारित भूमि और उस पर अधूरे बने ट्रीटमेंट प्लांट की जानकारी न तो बोर्ड की एमडी को है और न निगम प्रशासन को. बोर्ड के रांची प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने भी स्पष्ट कहा कि इस बात से उन्हें कोई लेना-देना नहीं, बोर्ड ने निगम को भूमि अलाट किया है. निगम ने पूरी रकम जमा करा दी है.
बगैर करार हो रहा है निर्माण
एग्रीमेंट किये बगैर निर्माण कार्य कराया जाना नियम विरुद्ध है. बोर्ड की एमडी परमजीत कौर ने पूछने पर बतलाया कि एग्रीमेंट हो चुका है. जबकि निगम प्रशासक दीपंकर पंडा ने कहा कि आज एग्रीमेंट के पेपर व दो फोटो नवल प्रसाद को भेज दिया गया है. इस संबंध में वर्तमान कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि एग्रीमेंट हुआ है अथवा नहीं इसकी जानकारी नहीं है. बोर्ड कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम तक निगम और बोर्ड के बीच एग्रीमेंट की कार्रवाई नहीं हुई थी.
प्लांट तोड़ कर पूरा करूंगा घाटा
चहारदीवारी का निर्माण करा रहे शंकर साहू ने काम में हो रहे घाटे की भरपाई अधूरे बने प्लांट की छड़ बेच कर पूरा करने की बात कही है.