रांची: राज्य सरकार यूनिसेफ की मदद से एक अगस्त से सात अगस्त तक स्तनपान सप्ताह मनायेगी. समाज कल्याण महिला और बाल विकास विभाग की प्रधान सचिव मृदुला सिन्हा ने बताया कि इस दौरान गर्भवती महिलाएं, धातृ महिलाएं और अन्य माताओं को स्तनपान की खूबियों और बच्चों को स्वस्थ रखने की जानकारी दी जायेगी. मीडिया से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि राज्य में अति कुपोषित बच्चों की संख्या चार लाख से अधिक है.
यह कुपोषण माताओं के जागरूक नहीं रहने की वजह से हो रहा है. श्रीमती सिन्हा ने छह माह तक बच्चों को एक्सक्लूसिव तरीके से सिर्फ स्तनपान कराने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि नवजात शिशुओं को माता का कोलास्ट्रम (पहला गाढ़ा दूध) अवश्य पिलाना चाहिए.
इससे शिशुओं को काफी फायदा होता है, जबकि झारखंड के सुदूरवर्ती इलाकों में इसे बरबाद कर दिया जाता है. समाज कल्याण सचिव ने कहा कि राज्य सरकार मनरेगा के अंतर्गत कंस्ट्रक्शन साइट अथवा अन्य योजनाओं में कार्यरत महिलाओं के बच्चों के लिए क्रेच खोलने पर विचार कर रही है.