श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस फिलहाल विपरित परिस्थिति के दौर से गुजर रही है. ऐसे समय में हमें आपसी भेदभाव भूल कर एकजुट होकर संगठन को मजबूत करना होगा. इसको लेकर ब्लॉक व जिला स्तर के नेताओं के साथ विधायक और सांसदों से भी सुझाव लिया जायेंगे. इसे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में रखा जायेगा. इसके बाद संगठन को दुरुस्त करने की कार्रवाई सौंपी जायेगी.
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कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बोले प्रभारी बीके हरि प्रसाद, भेदभाव भूल कर संगठन मजबूत करें
रांची: कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को विधानसभा सभागार में हुई. इसमें समाज के सभी वर्गो का विश्वास जीतने और उन सभी तक पार्टी का विस्तार करने, पार्टी नेताओं को जवाबदेह बनाने के साथ कांग्रेस की विचारधारा पर विचार-विमर्श किया गया. प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने कहा कि संगठन को मजबूत करने को लेकर […]
रांची: कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को विधानसभा सभागार में हुई. इसमें समाज के सभी वर्गो का विश्वास जीतने और उन सभी तक पार्टी का विस्तार करने, पार्टी नेताओं को जवाबदेह बनाने के साथ कांग्रेस की विचारधारा पर विचार-विमर्श किया गया. प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने कहा कि संगठन को मजबूत करने को लेकर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी राज्यों से सुझाव मांगे हैं, ताकि संगठन को और सशक्त बनाया जा सके.
बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने की. उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास जीतने के लिए पार्टी ने कवायद शुरू की है. पार्टी ने राज्य में 10 लाख नये सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. श्री भगत ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण विधेयक पर लाये गये संशोधन के खिलाफ प्रखंड, जिला और प्रदेश स्तर पर धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम होगा. बैठक में पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह, फुरकान अंसारी,गोपाल साहु, तिलकधारी सिंह, गुलाम मुजिबी, हरिनारायण साहु, कालीचरण मुंडा, अनादि ब्रहम, देवेंद्र नाथ चंपिया, अशोक चौधरी, चंचल चटर्जी, शमशेर आलम, आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, अजय राय समेत विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्ष उपस्थित थे.
नाराज हुए सदस्य
कार्यसमिति की बैठक में जिलाध्यक्षों को बोलने का ज्यादा समय देने पर कई सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि बैठक में जिलाध्यक्षों को आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाया गया था, लेकिन उन्हें ही ज्यादा बोलने का मौका दिया गया. कार्यसमिति सदस्य उदय शंकर ओझा ने कहा कि पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव का नाम लेकर कहा कि जब वे लगातार बयानबाजी कर रही थी, तो उन्हें रोकने का काम नहीं किया गया. लोकसभा में कांग्रेस साफ और विधानसभा में हाफ हो गयी.
भड़के गुलाम मुजिबी
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पीछे स्थान मिलने पर गुलाम मुजिबी भड़क गये. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी से कहा कि उनके पद का ख्याल नहीं रखा गया है. उनकी उपेक्षा की गयी. तरजीह नहीं दी गयी है. पद में उनसे छोटे कई पदाधिकारी आगे बैठे हुए हैं. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने समझा कर मामले को शांत कराया.
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