रांची: शिक्षक भविष्य निर्माता व युग निर्माता हैं. शिक्षक के सहयोग के बिना राज्य का विकास नहीं हो सकता. उक्त बातें आजसू पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो ने रविवार को रांची विश्वविद्यालय अंगीभूत महाविद्यालय शिक्षक संघ (रूक्टा) के तृतीय सम्मेलन के उदघाटन समारोह में कही. समारोह मारवाड़ी कॉलेज सभागार में आयोजित हुआ. उदघाटन सत्र में बदलते परिवेश में शैक्षणिक जगत के समक्ष चुनौती विषय पर संगोष्ठी भी हुई. इसमें श्री महतो ने कहा कि शिक्षकों को अलग रख कर राज्य का विकास नहीं किया जा सकता. राज्य में उच्च शिक्षा काफी पीछे है. सरकार को आगे आकर शिक्षकों की समस्याएं दूर करनी चाहिए.
डॉ विजय कुमार पीयूष ने उच्च शिक्षा की गिरती स्थिति पर चिंता जतायी. विवि के कुलानुशासक डॉ दिवाकर मिंज ने कहा कि आज शिक्षकों का मान-सम्मान खतरे में है. डॉ हरिओम पांडेय ने कहा कि आज विवि की स्वायतत्ता समाप्त की जा रही है.
डॉ बब्बन चौबे ने शिक्षक संघ को मजबूत करने पर जोर दिया. डॉ केडी शर्मा ने कहा कि शिक्षक अपने में बदलाव करें. मारवाड़ी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ जावेद अहमद ने कहा कि झारखंड में शिक्षा व्यवस्था को चौपट की जा रही है. स्वागत भाषण मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ रंजीत सिंह ने किया. मंच संचालन डॉ मिथिलेश व धन्यवाद ज्ञापन डॉ जीतेंद्र सिंह ने किया. मौके पर नीलांबर-पीतांबर विवि के कुलपति डॉ फिरोज अहमद, बाबू वीर कुंवर सिंह विवि के पूर्व कुलपति डॉ एसपी सिंह, डॉ कंजीव लोचन समेत अन्य लोग उपस्थित थे. समारोह में संघ की पत्रिका का विमोचन किया गया.