चतरा: सिमरिया से नवनिर्वाचित झाविमो के विधायक गणोश गंझू बुधवार की शाम माओवादी हमले में बाल-बाल बचे. गणोश गंझू ने बताया कि माओवादी उन्हें अपना निशाना बनाना चाहते थ़े घटना के दो घंटे पूर्व वे भद्रकाली मंदिर से निकले थ़े इटखोरी के भद्रकाली मंदिर के समीप बुधवार की शाम सात बजे माओवादियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट किया़ पुलिस वाहन पर अंधाधुंध फायरिंग की.
नक्सलियों की गोली लगने से चतरा जिला बल के हवलदार ओमप्रकाश चौरसिया शहीद हो गये. वहीं तीन पुलिसकर्मी सचिंदर कुमार, जयप्रकाश व अनुज कुमार घायल हो गये. इटखोरी थाना से महज 200 गज की दूरी पर माओवादियों ने घटना को अंजाम दिया.
पुलिस दल पर गुस्सा उतारा : विधायक गणोश गंझू ने बताया कि 23 दिसंबर को मतगणना के बाद तय हुआ था कि 24 दिसंबर को वह पूजा करने भद्रकाली मंदिर जायेंग़े इसकी सूचना माओवादियों को मिल गयी़ माओवादियों ने मंगलवार की रात इटखोरी-भद्रकाली पथ में बारूदी सुरंग लगाया. माओवादियों की योजना गणोश गंझू को उड़ाने की थी़ संयोगवश विधायक घटना के दो घंटे पूर्व ही वहां से निकल गये थे. इसलिए माओवादी हमले में वह बाल-बाल बच गय़े उनके निकल जाने पर माओवादियों ने अपना गुस्सा पुलिस गश्ती दल पर उतारा़ ज्ञात हो कि 28 फरवरी 2010 को माओवादियों ने श्री गंझू को पकड़ा था, लेकिन पिटाई कर छोड़ दिया था.