रांची: राज्य के विभिन्न महिला संगठनों ने झारखंडी मूल की महिलाओं को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष व सदस्य बनाने की मांग की है. सोमवार को एचआरडीसी सभागार में उन्होंने राज्य महिला आयोग कानून-2005 पर चर्चा की.
साहित्यकार महुआ माजी, सिस्टर जेम्मा, डॉ शांति खलखो व मीनाक्षी मुंडा ने कहा कि 30 जून को हूल दिवस पर मसौदा तैयार किया जायेगा और उसे राज्यपाल को सौंपा जायेगा. उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग की सदस्यों की संख्या बढ़नी चाहिए. यहां मात्र तीन सदस्य हैं, जबकि सिक्किम में 11, बिहार में आठ व पश्चिम बंगाल में 12 सदस्य हैं.
इस अवसर पर दयामनी बारला, वासवी किड़ो, डॉ रोज केरकेट्टा, अनिता गाड़ी, मार्टिना समद, श्रवणी, रतन तिर्की, अनीमा बाअ: व अन्य ने विचार रखे. साउथ विहार वेलफेयर सोसाइटी, झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन, सहेली अध्ययन, कुड़ुख विकास समिति, कैथोलिक महिला संघ, संवाद, जावा, एशिया पैसिफिक इंडिजिनस यूथ नेटवर्क, आदिवासी मूलवासी अधिकार मंच, संगोम, भारतीय आदिवासी मुंडा विकास परिषद, झारखंड डोमेस्टिक वर्कर्स वेलफेयर ट्रस्ट व अन्य संगठनों की प्रतिनिधि मौजूद थीं.