रांची: सेल अध्यक्ष सीएस वर्मा से जापानी आयरन एंड स्टील फेडरेशन का एक प्रतिनिधिमंडल सेल निगमित कार्यालय में मिला. श्री वर्मा ने प्रतिनिधिमंडल को भारतीय इस्पात उद्योग और इसकी अगले 12 वर्षो में कुल 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अनुमानित पूंजी परिव्यय से 2025 तक इस्पात उत्पादन क्षमता को 3000 लाख टन तक बढ़ाने की योजना से अवगत कराया. भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश है.
इसके पास दूसरे सबसे बड़े इस्पात उत्पादक देश के रूप में उभरने की क्षमता है. प्रतिनिधिमंडल ने सेल के विविध कार्य क्षेत्रों की टीम के साथ बातचीत की. उनको भारतीय अर्थ व्यवस्था की दशा और औद्योगिक विकास की क्षमता के बारे में बताया गया. बैठक में जापानी स्टील उद्योग के साथ सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा हुई. इनमें प्रौद्योगिकी, उत्पाद, इस्पात बनाने की प्रक्रिया में कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सजर्न में कमी, कोल ब्लेंड्स को बेहतर बनाना, बेंच मार्किग का अध्ययन जैसे क्षेत्र शामिल है.