कमजोर न पड़ा, तो आधे देश पर दिखेगा चक्रवाती तूफान का असर एजेंसियां, नयी दिल्ली’हुदहुद’ के बाद अब देश के पश्चिमी हिस्से पर ‘नीलोफर’ का खतरा है. अरब सागर में उठने वाला चक्र वाती तूफान नीलोफर गुजरात के काफी करीब पहुंच रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, इसकी हवाओं की गति अब खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है.मौसम विभाग ने नीलोफर की मौजूदा स्थिति को देखते हुए बताया कि यह अभी नलिया (गुजरात) से 1170 किलोमीटर और कराची से (पाकिस्तान) से करीब 1230 किमी दूर है. विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है और कहा कि तटीय इलाके जैसे सौराष्ट्र और कच्छ में ज्यादातर स्थानों पर बुधवार रात या गुरु वार से तेज बारिश हो सकती है. इसके चलते एक ही समय में महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश समेत करीब-करीब आधे देश में तेज बारिश हो सकती है. खतरनाक श्रेणीअमेरिकी ज्वाइंट टायफून वार्निंग सेंटर के मुताबिक, अंतिम सूचना मिलने तक नीलोफर की रफ्तार 80 मील/घंटे थी और यह अरब सागर में और मजबूत हो रहा है. भारतीय मौसम विभाग ने इसे कैटेगरी-1 का तूफान माना है. कैटेगरी-1 और कैटेगरी-3 खतरनाक श्रेणी के तूफान माने जाते हैं. खास बातें- हर साल अरब सागर में 1 या 2 चक्र वाती तूफान उठते हैं. ज्यादातर ये मई से जून और अक्तूबर से नवंबर के बीच आते हैं. – जून 2007 में उठे तूफान ने पहले ओमान फिर दक्षिण ईरान में नुकसान पहुंचाया था. ओमान, ईरान और यूएई में तूफान से 100 जानें गयी थीं. – 2004 में आये फेट तूफान ने ओमान और पूवार्ेत्तर में बसी राजधानी मस्कट में असर दिखाया था. – मई 1999 में एआरबी-01 नाम के तूफान ने पाकिस्तान के कराची में 700 जानें ली थीं. इसे पाकिस्तान के इतिहास में अब तक सबसे बड़ा तूफान माना गया है.- अरब सागर में रेगिस्तान की न्यूतनम नमी वाली हवाओं के चलते कम ही तूफान उठते हैं. मधुआरों को चेतावनीगुजरात के मछुआरों को तूफान की चेतावनी दे दी गयी है और उन्हें समुंदर में मछली न मारने की सलाह दी गयी है. सरकार ने कांडला बंदरगाह के लिए अलर्ट जारी किया है.ऐसे पता चला- रविवार को देर शाम इस तूफान को भारत के मौसम विज्ञान विभाग द्वारा ट्रेस किया गया. उस समय यह मुंबई से 1270 किमी दूर अरब सागर में था. क्या असर होगा- 145 किमी/घंटा की गति से चल सकती हैं हवाएं. हालांकि यह हुदहुद की हवाओं की गति 195 किमी/घंटा से कम होंगी. – अगर समुद्र का तापमान बढ़ा तो यह भयावह रूप ले सकता है. तापमान कम रहा तो यह धीमा पड़ सकता है. केंद्र की पेशकशइस बीच, केंद्र सरकार ने गुजरात के समुद्र तट के नजदीक आते चक्रवाती तूफान को ध्यान में रखते हुए सोमवार को राज्य द्वारा राहत एवं बचाव उपायों को लेकर की गयी तैयारियों की समीक्षा की और उसे पूर्ण सहायता की पेशकश की. चक्रवात शुक्रवार को गुजरात के तट पर पहुंचेगा. कैबिनेट सचिव अजित सेठ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने एक आपात बैठक में राहत एवं बचाव के ऐहतियाती उपायों की समीक्षा की. सरकारी प्रवक्ता ने कहा, ‘केंद्र जब भी और जहां भी जरूरत पड़ी राज्य सरकार को जरूरी सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह तैयार है.’
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‘नीलोफर’ आ रहा गुजरात के पास
कमजोर न पड़ा, तो आधे देश पर दिखेगा चक्रवाती तूफान का असर एजेंसियां, नयी दिल्ली’हुदहुद’ के बाद अब देश के पश्चिमी हिस्से पर ‘नीलोफर’ का खतरा है. अरब सागर में उठने वाला चक्र वाती तूफान नीलोफर गुजरात के काफी करीब पहुंच रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, इसकी हवाओं की गति अब खतरनाक स्तर तक […]
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